नीतीश कुमार की समाधान यात्रा का शनिवार को तीसरा दिन है। यात्रा वैशाली पहुंच गई है। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आए हैं कि यह भी तो पता चले कि कितना लोग गरीब है? कैसे उसको आगे बढ़ाना है, इन्हीं सब चीजों को देखने के लिए आए हैं। सब देखकर रिपोर्ट लेंगे और केंद्र सरकार को भिजवा देंगे कि आप देख लीजिए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि भाई, केंद्र का काम क्या है। पूरे राज्य को, पूरे देश को विकसित करना। अगर कोई राज्य पिछड़ा है तो क्या उसको आगे नहीं बढ़ाइएगा। केवल जाति-जनगणना से नहीं चलना है। आर्थिक स्थिति को भी जानना है। हर जाति के सिर्फ दलित और पिछड़े का ही नहीं, सभी का जानना है।
वैशाली में मुख्यमंत्री के साथ डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद हैं। उन्होंने सबसे पहले हरसेर गांव में मजार पर चादरपोशी की। इसके बाद विभिन्न विभागों के स्टॉल का मुआयना किया।
मुख्यमंत्री ने महिला हेल्प लाइन द्वारा बनाए गए स्टॉल का निरीक्षण भी किया और बेटियों की सुरक्षा से संबंधित किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने गोरौल में भी योजनाओं की ग्राउंड रिपोर्ट टटोली।
तस्वीरों में देखिए समाधान यात्रा…




मुख्यमंत्री दोपहर 2:30 बजे गोरौल होते हुए सीएम हाजीपुर दिग्घी पहुंचेंगे, जहां बिहार सुधारात्मक प्रशासनिक संस्थान (बिका) में 3 बजे से जीविका दीदियों से संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। करीब एक घंटे के कार्यक्रम के बाद वे जिले में चल रही सरकारी की विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करेंगे।
4 जनवरी से शुरू यात्रा का चौथा पड़ाव है वैशाली
चार जनवरी से शुरू सीएम की समाधान यात्रा पश्चिम चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी के बाद शनिवार को वैशाली जिला में पहुंच रही है। सीएम की इस यात्रा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भगवानपुर प्रखंड के हुसैना पंचायत एवं गोरौल प्रखंड के कटरमाला पंचायता में व्यापक तैयारी की गई है। इन पंचायतों में सरकार की सात निश्चय समेत विभिन्न योजनाओं को धरातल पर उतारा गया है।
सीएम के पहुंचने से पूर्व गांव में पहुंचा विकास
सरकारी योजनाओं की कमियों और खामियों के समाधान करने को लेकर लोगों से मिलेंगे। इस दौरान यहां कोई खामियां न निकल आएं, इसके लिए जिला प्रशासन ने रात-दिन एक कर गांव में विकास पहुंचाया है। इसको लेकर ग्रामीणों में खुशी का माहौल है। अचानक ही सब जगह विकास ही विकास नजर आने लगा है।
सीएम की समाधान यात्रा को लेकर चिन्हित पंचायत की गांव का सूरत बदल चुका है। गांव की सड़कों सहित घरों का रंग-रोगन एवं घरों पर नशा मुक्ति का स्लोगन लिखकर शराब का सेवन न करने का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। सोलर स्ट्रीट लाइट, यहां की पोखर पर जंगल की साफ सफाई, पौधा की रंगाई, नल जल एवं पानी टंकी को सुंदर बनाने, रास्ते की मरम्मती एवं पोखर को व्यवस्थित करने एवं अन्य कार्यों को निपटारा के लिए दिन-रात अधिकारियों ने एक किया है।
डीएम यशपाल मीणा व एसपी मनीष एवं तमाम पदाधिकारी गांव में कैंप कर जमीनी विवाद का निपटारा, राशन कार्ड, वृद्धा पेंशन, शौचालय, स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, विकलांग को ट्राई साईकिल, पंचायत के आंगनबाड़ी केंद्रों की रंगाई पोताई, गांव में स्थित पुराने कुएं पर जल-जीवन हरियाली का चित्र बनाया गया है।
सीएम की यात्रा को ले हाई अलर्ट
सीएम की समाधान यात्रा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर कड़े सुरक्षा इंतजाम किये गए हैं। चप्पे-चप्पे पर निगरानी रखी जा रही है। सुरक्षा जवानों और एसपीजी ने भगवानपुर के हुसैना व गोरौल के कटरमाला इलाके को अपने घेरे में ले लिया है। जिला प्रशासन ने सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था को लेकर 208 जगहों पर दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी व चार हजार जवानों की ड्यूटी लगाई है।
सीएम की समाधान यात्रा के दौरान सीतामढ़ी में जबरदस्त बवाल
सीतामढ़ी: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की समाधान यात्रा के दौरान डुमरा प्रखंड के बेरबास गांव में लोगों का गुस्सा दिखाई दिया। लोगों ने बेरवास पंचायत भवन में लगाए गए तमाम सरकारी पोस्टर को क्षतिग्रस्त करते हुए उसे आग के हवाले कर दिया। लोगों ने घंटों मुख्यमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। मामला दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बेरवास पंचायत में आना था, इसको लेकर तैयारी पहले से की जा चुकी थी। पूरे गांव में सोलर प्लेट के जरिए लाइटें लगाई गई थीं, वहीं पंचायत भवन का रंग रोगन किया गया था। इतना ही नहीं पूरे गांव में सरकार की उपलब्धियों के पोस्टर भी लगाए गए थे। लेकिन यहां पर कार्यक्रम मुख्यमंत्री का स्थगित कर दिया गया। जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया और बैनर पोस्टर सभी को फाड़ डाला।