राजधानी समेत पूरा राज्य इन दिनों भीषण शीतलहर की चपेट में है। तेज पछुआ हवा से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। यहां का तापमान सामान्य से भी आठ डि़ग्री सेल्सियस कम दर्ज किया जा रहा है। राजेंद्र कृषि विश्वविद्यालय‚ पूसा के मौसम वैज्ञानिक ड़ॉ. अब्दुल सत्तार ने बताया कि अधिकतम तापमान में गिरावट ने पिछले ६४ वर्षों का रिकॉर्ड़ तोड़़ दिया है। उन्होंने कहा कि भीषण ठंड़ की स्थिति अगले दो–चार दिनों तक बने रहने की संभावना है। ठंड़ का आलम यह है कि लोग घरों से बाहर भी नहीं निकल पा रहे हैं। वहीं‚ घने कोहरे ने भी लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खासकर यातायात पर इसका खराब असर पड़़ा है। सुबह में दृश्यता ५० मीटर से भी कम हो जा रही है। इस वजह से ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने पूर्वानुमान में कहा है कि अगले सात दिनों तक यहां का न्यूनतम तापमान आठ से दस डि़ग्री सेल्सियस के बीच बना रहेगा। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार‚ बृहस्पतिवार को इस मौसम का सबसे अधिक ठंड़ रहा तथा राजधानी का न्यूनतम तापमान सामान्य से भी एक डि़ग्री तथा अधिकतम तापमान सामान्य से भी आठ डि़ग्री सेल्सियस कम रहा। मौसम विभाग के मुताबिक बृहस्पतिवार को राजधानी का अधिकतम तापमान १३.४ डि़ग्री सेल्यिस तथा न्यूनतम तापमान १०.४ डि़ग्री सेल्सियस रहा। इसी तरह भागलपुर का अधिकतम तापमान १५.२ डि़ग्री तथा न्यूनतम तापमान ९.८ डि़ग्री सेल्सियस जबकि गया का अधिकतम तापमान १७.९ तथा न्यूनतम तापमान ९.६ डि़ग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
गुरुवार को सूबे का सबसे ठंडा शहर समस्तीपुर का पूसा रहा। जहां का अधिकतम तापमान 11.8 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गुरुवार को भी लोगों को भगवान भास्कर के दर्शन नहीं हुए। पूरे दिन सर्द हवाओं ने लोगों को तड़पाया। लोग घरों से बाहर नहीं निकल पाए। राजधानी पटना सहित सूबे के ग्रामीण इलाकों में पिछले एक सप्ताह से शीतलहर की स्थिति लगातार प्रचंड होती जा रही है। बिहार की राजधानी पटना सहित गया, बांका, अररिया, किशनगंज, भागलपुर, मुजफ्फरपुर में प्रचंड ठंड का कहर जारी है। कड़कड़ाती ठंड ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। दैनिक मजदूर काम पर नहीं जा रहे हैं। शाम होते ही सड़कें सुनसान हो जा रही हैं। ग्रामीण इलाकों में लोगों के लिए अलाव ही सहारा बचा है। बारिश ज्यादा होने पर लोग भगवान इंद्र से गुहार लगा लेते हैं। सर्दी में समझ में नहीं आ रहा किसे याद करें। मौसम विभाग की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आज का दिन यानी शुक्रवार को भी ठंड में बिल्कुल भी कमी नहीं आएगी। हां, थोड़ी धूप निकलेगी, जिससे लोग राहत की सांस ले सकते हैं। विभाग का मानना है कि धूप से ठंड की रफ्तार में कोई कमी नहीं आएगी। उधर, मौसम विभाग ने सीमांचल के अलावा उत्तर बिहार के सभी जिलों में कोल्ड अलर्ट जारी कर दिया है। विभाग के मुताबिक शनिवार को भी मौसम में प्रचंड ठंड का असर देखा जाएगा।
बिहार में शरीर गलाने वाली ठंड से लोगों का जीना मुहाल हो गया है. पछुआ हवा से प्रदेश में कनकनी बढ़ रही है. आज से और पारा गिरने की भी संभावना जताई गई है. मौसम विभाग (IMD Patna) की मानें तो अगले दो से तीन दिनों में ठंड और बढ़ेगी. उत्तर पूर्व के छह जिलों को छोड़कर बाकी जगहों पर कोल्ड डे (Cold Day) का अलर्ट जारी किया गया है. लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है.
बिहार में ठंड की स्थिति ऐसी है कि राजधानी पटना सहित चार शहरों में अधिकतम तापमान 14 डिग्री से नीचे है. सुपौल, अररिया, मधेपुरा, किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में दो दिनों तक अभी घने कोहरे की स्थिति रहेगी. गुरुवार को पटना में अधिकतम तापमान सामान्य से आठ डिग्री नीचे 13.4 डिग्री पर पहुंच गया. शाम ढलते ही हवा से कनकनी बढ़ जा रही है.
गुरुवार को ये पांच जिले कोल्ड डे की चपेट में रहे
मौसम विभाग ने भागलपुर में ठंड को देखते हुए भीषण शीत दिवस की चेतावनी दी है. गुरुवार की बात करें पूर्णिया, सबौर (भागलपुर), डेहरी (रोहतास), मोतिहारी (पूर्वी चंपारण) भी कोल्ड डे की चपेट में रहे. प्रदेश में सबसे कम तापमान फारबिसगंज में रहा. यहां गुरुवार को तापमान सात डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. सबसे अधिक पूसा में तापमान 11.8 डिग्री रहा.
इन शहरों का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री से भी नीचे
समस्तीपुर, किशनगंज और वाल्मीकि नगर में 10 डिग्री, पूर्णिया और भागलपुर में 9.8 डिग्री, गया में 9.6, सबौर और पूर्वी चंपारण में 9.5, नवादा में 9.2, रोहतास और सीवान में 9 और शेखपुरा में 8.5 डिग्री न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया है.