राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक जनसभा में कहा कि देश का माहौल ठीक नहीं है; और वे चाहेंगे कि उनके बच्चे किसी अन्य देश में ही रह कर अपना जीवन यापन करें. राजद नेता के ‘देश का माहौल खराब’ वाले बयान पर बिहार में सियासी बवाल मच गया है. अपने बच्चों को विदेशों में ही रहने और नागरिकता लेने के वायरल बयान पर लगातार राजनीतिक टिप्पणियां हो रही हैं. दरअसल, सिद्दीकी के इस बयान का जहां जदयू ने समर्थन किया है वहीं, विपक्षी दलों ने जमकर निशाना साधा है.
बता दें कि राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, ”देश का माहौल खराब हो रहा है, देश में माहौल ठीक नहीं है. मेरे बच्चे बाहर में रहते हैं, बाहर में ही नौकरी करते हैं और मैं अपने बच्चों को यह कहना चाह रहे हैं कि वे वहीं रह जाएं, वहीं की ही नागरिकता रखें. वे लोग देश के माहौल को झेल नहीं पाएंगे.” अब इसको लेकर बिहार के सियासी गलियारे में माहौल गर्म है और बयानबाजियों का क्रम चल पड़ा है.
निखिल आनंद का अब्दुल बारी सिद्दीकी पर पलटवार
बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री और प्रवक्ता निखिल आनंद ने आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सिद्दीकी जैसे लोग सेक्युलर लिबरल मुखौटे में राष्ट्र विरोधी और धार्मिक एजेंडा चलाते हैं। बीजेपी नेता कहा कि ये लोग मदरसा संस्कृति से अभी भी बाहर नहीं निकल पाए हैं। जगजाहिर है कि ऐसे लोग सेक्युलरिज्म और लिबरलिज्म के मुखौटे में राष्ट्रविरोधी और धार्मिक एजेंडा चलाते हैं। सिद्दीकी का बयान आरजेडी की विचारधारा को दिखाता है और साबित करता है की आरजेडी किस तरह धार्मिक तुष्टीकरण और मुस्लिमपरस्ती की राजनीति करती है।
राजद नेता के बयान पर सहमति जताते हुए जदयू के मंत्री और प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा, देश का माहौल आप देख ही रहे हैं. बीजेपी सिर्फ अपनी जीत की ही बात करती है. दूसरी ओर बीजेपी के प्रवक्ता संतोष पाठक ने जमकर निशाना साधा है. बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि अब्दुल बारी सिद्दीकी यह तय नहीं करेंगे कि देश का माहौल कैसा है. देश और राज्य ने उन्हें इतना कुछ दिया है इसके बावजूद इस तरह का बयान देना शर्मनाक है. यह बयान एक खास वर्ग की मानसिकता को दर्शाता है. देश में माहौल बिल्कुल सही है और जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं तब देश में किसी भी प्रकार के दंगे तक नहीं हुए हैं.