चीन में कोरोना के कहर को देखते हुए बिहार सरकार भी सतर्क हो गई है. कोविड वायरस के नए ओमिक्रॉन वैरिएंट BF.7 को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों के लिए अलर्ट जारी करते हुए निर्देश दिया है कि बाहर से आनेवाले मरीजों के पॉजिटिव पाए जाने पर जीनोम सिक्वेंसिंग करवाई जाए. इस निर्देश के जारी होने के बाद पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान यानी आईजीआईएमएस (IGIMS) में कोविड वार्ड बनाया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार, IGIMS में 15 बेड का कोविड वार्ड बनाया गया है और जीनोम लैब में भी डॉक्टरों को अलर्ट किया गया है. आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल ने टीम गठित कर दी है. बता दें कि बुधवार को आईजीआईएमएस के साथ बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग की बैठक हुई थी. इसमें आईजीआईएमएस को स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि बिहार में आने वाले कोविड ऑमिक्रॉन संक्रमण से सतर्क रहें; क्योंकि यह दुनिया के कुछ देशों के अलावा भारत के कुछ राज्यों को पहले ही प्रभावित कर चुका है.
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल एमएस ने बताया कि आईजीआईएमएस कोविड से लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है और हमारे 15 बिस्तर आज से इसके लिए आरक्षित हैं. हमारी जीन सीक्वेंसिंग लैब पहले से ही अलर्ट मोड में है और हमने आवश्यक खरीद की प्रक्रिया शुरू कर दी है. डॉ. मंडल ने बताया कि सरकार द्वारा दिए गए दिशा-निर्देशों के अनुसार अस्पताल बिहार के लोगों को “कोविड रिटर्न्स” से बचाने के लिए पूरी तरह तैयार है.
इस बीच डिप्टी सीएम सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने बिहार में कोरोना को लेकर कहा है कि बिहार में फिलहाल कोरोना के सिर्फ 3 मामले हैं और कोरोना को लेकर चिंता की जरूरत नहीं हैं. उन्होंने दावा किया कि बिहार में जितना टेस्ट हो रहा उतना अन्य राज्यों में नहीं हो रहा है. वहीं लोगों के अपील की जा रही है कि अब से मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का अनिवार्य रूप से ध्यान रखा जाना चाहिए.