कतर में जारी फीफा वर्ल्ड कप में मंगलवार को बड़ा उलटफेर देखने को मिला। पिछले 36 मैचों से अजेय चल रही अर्जेंटीना टीम को टूर्नामेंट के अपने पहले ही मुकाबले में करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। कम रैंकिंग की टीम सऊदी अरब ने 2-1 से हराया। अर्जेंटीना टीम ने आखिरी मिनट तक कोशिशें जारी रखीं, लेकिन स्कोर बराबर नहीं कर पाई। अर्जेंटीना के लिए एकमात्र गोल लियोनेल मेसी ने पेनल्टी किक से किया था।
नहीं पचती अर्जेंटीना की ये हार
अर्जेंटीना ने चार साल पहले विश्वकप में अपने अभियान की शुरुआत आइसलैंड के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेलकर किया था, लेकिन यहां उसके साथ खेल हो गया। कहां टीम पहले बड़े अंतर से जीत के साथ मैदान पर उतरी थी, लेकिन अब तो इज्जत के भी कचरे हो गए। अर्जेंटीना का पिछले कुछ समय में प्रदर्शन अच्छा रहा है, जिसमें 2021 में कोपा अमेरिका का खिताब भी शामिल है। यह उसका पिछले 28 वर्षों में किसी बड़े टूर्नामेंट में पहली खिताबी जीत थी।
ऑफसाइड बना दुश्मन
लियोनेल मेसी के पेनल्टी शूट पर गोल के बाद अर्जेंटीना के लिए दूसरा गोल लोटारो मार्टिनेज ने किया था, लेकिन उसे रेफरी ने खारिज कर दिया। वीएआर चेक में इसे ऑफसाइड बताया गया। इससे पहले मेसी का भी एक गोल ऑफसाइड हो गया था।
हार के बावजूद मेसी ने रचा इतिहास
सऊदी अरब के खिलाफ इस मैच में उतरते ही लियोनेल मेसी पांच विश्वकप खेलने का रिकॉर्ड बना गए, जो कि डिएगो माराडोना और जेवियर मासचेरानो से एक ज्यादा मैच है। मुकाबले में मेसी ने 10वें मिनट में अर्जेंटीना को बढ़त दिलाई, उन्होंने पेनल्टी पर गोल किया। मेसी का यह विश्व कप इतिहास में यह सातवां गोल है। वह अर्जेंटीना के लिए चार अलग-अलग विश्व कप में गोल करने वाले पहले फुटबॉलर बन गए हैं, उन्होंने 2006, 2014, 2018 और 2022 में गोल किया।
कैसे जीता सऊदी अरब
पहले हाफ में पिछड़ने के बाद सऊदी अरब ने दूसरे हाफ के शुरुआत में लगातार अटैक किए। 48वें मिनट में यह दबाव काम आ गया। अल बुरेकन के शानदार पास पर सालेह अलशेहरी ने गोल दागा। चंद मिनट बाद सऊदी अरब की खुशी दोगुनी हो गई। 53वें मिनट में सलेम अलडसारी ने हैरतंगेज गोल किया। सऊदी अरब ने साबित कर दिया कि एशियाई क्वालीफाइंग से विश्वकप में जगह बनाना, कोई तुक्का नहीं थी। विश्वकप में पांच बार जगह बनाने के बावजूद सऊदी अरब सिर्फ एक बार अंतिम 16 में पहुंचा है। शायद इस बार इतिहास बदल जाए।