मिस्र के शर्म अल शेख में चल रहे अंतरराष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन (कॉप–२७) में जलवायु परिवर्तन से उपजे भयावह खतरे को लेकर गंभीर मंत्रणा जारी है। हाल के वर्षों में पर्यावरण जिस तरह से दूषित हुआ है और विश्व के सभी देशों पर इस बदलाव का दुष्प्रभाव दिख रहा है‚ उसके बाद अब किसी के लिए ज्यादा वक्त नहीं बचा है। खतरा इस कदर ड़रावना है कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस कहते हैं कि सभी मुल्क पर्यावरण सुधार के लिए कार्य करें या फिर विनाश के लिए तैयार रहें। दरअसल‚ हाल के महीनों में पर्यावरण की विनाशक छवि से हर कोई हतप्रभ और भयातुर है। चाहे वह पाकिस्तान में आई सदी की भीषण बाढ़ हो‚ चेन्नई में बारिश का कहर हो‚ यूरोपीय देशों में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप हो आदि। यह सब कुछ पर्यावरण के साथ मनुष्यों द्वारा किया गया अन्याय है। आश्चर्य की बात है कि सालों–साल बीतने के बावजूद इस दिशा में कहीं से उम्मीद या जिम्मेदारीपूर्ण काम का कोई चिह्न नहीं दिखता है। जलवायु परिवर्तन से दुनिया किस कदर संकट में आन पड़़ी है‚ इसे बताने की जरूरत नहीं है। खासतौर पर अमीर देशों की गैरजवाबदेही ने मसले को और ज्यादा संगीन बना दिया है। पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान अमीर मुल्कों ने पहुंचाया। जब इस बाबत बात उठी तो उन्होंने जवाबदेही उठाने की भी बात कही‚ मगर बाद में सिरे से मुकर गए। यह आचरण निंदनीय है। अमीर देश गरीब देशों की तुलना में कई–कई गुना ज्यादा कार्बन ड़ाईऑक्साइड़ छोड़़ते हैं। दुनिया के दो सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाने वाले देश–अमेरिका और चीन–अपने दायित्वों से पीछा छुड़़ाने में यकीन रखते हैं। शायद उन्हें नहीं मालूम कि प्रकृति अपने साथ हुए अन्याय का बदला समग्रता में लेती है। इस मामले में वह अमीर और गरीब के बीच भेद नहीं करती है। पर्यावरण के जानकार सैकड़़ों बार अपनी चिंता दोहरा चुके हैं कि अगर तापमान में बढ़ोतरी की रफ्तार को कम नहीं किया गया तो कुछ भी नहीं बचेगा। ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन कम करने के लिए उन देशों को आगे आना होगा‚ जो इसका सबसे ज्यादा उत्सर्जन करते हैं। हमें २०५० तक शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करना होगा वहीं २०४० तक कोयला के इस्तेमाल से मुक्त होना होगा। कुल मिलाकर लक्ष्य बेहद कठिन हैं। देखना होगा‚ जीवन बचने के कम विकल्प शेष रहने के आलोक में क्या कदम उठाए जाते हैं।
भारत ने 16 पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल्स पर बैन लगाया………….
भारत सरकार ने सोमवार को 16 पाकिस्तान यू-ट्यूब चैनल्स पर बैन लगा दिया है। इनमें डॉन न्यूज, समा टीवी और...