एक कहावत है ‘एक अनार और सौ बीमार’ –यह आजकल बिहार कांग्रेस पर फिट बैठ रही है। बिहार में महागठबंधन की सरकार बनते ही मंत्रिमंड़ल में शामिल होने के लिए कांग्रेस विधायकों और विधान पार्षदों के बीच सिर फुटव्वल शुरू हो गया है। एक–दूसरे की शिकायत वे आलाकमान तक पहंुचाने लगे हैं। मंत्री बनने के लिए विधायक और विधान पार्षद एड़़ी–चोटी एक किये हुए हैं। राजद के एक वरीय नेता ने बताया कि राजद–जदयू में मंत्री पद को लेकर कोई समस्या नहीं है। कांग्रेस में सिर फुटव्वल चल रहा है। कांग्रेस की तरफ से लिस्ट फाइनल नहीं होने के कारण मंत्रिमंड़ल विस्तार में विलंब भी हो रहा है। कांग्रेस के मंत्रियों की सूची मिलते ही जल्द ही मंत्रिपरिषद का विस्तार हो जायेगा।
बिहार विधान सभा में कांग्रेस विधायकों की संख्या १९ और विधान परिषद में कांग्रेस के चार सदस्य हैं। माना जा रहा है कि कांग्रेस कोटे से मंत्रिमंड़ल में तीन से चार सदस्य शामिल होंगे। इनमें पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ड़ॉ. मदन मोहन झा‚ पार्टी विधायक दल के नेता अजीत शर्मा‚ राष्ट्रीय सचिव शकील अहमद खां और राजेश कुमार के नाम चल रहे हैं। इसके अलावा कई नेता अपनी–अपनी गोटी ठीक करने में लगे हुए हैं। इसको लेकर पटना से दिल्ली तक गोलबंदी शुरू हो गयी है।
पिछले दिनों उत्तर बिहार से आने वाले कांग्रेस के एक विधायक विधान सभा में टहल रहे थे। कुछ लोगों ने उन्हें मजाक में कहा कि आप यहां क्या कर रहे हैंॽ दिल्ली जायें और मंत्री बनने की दावेदारी ठोकिये। वह विधायक कुछ देर के बाद ही टिकट कटाकर दिल्ली के लिए रवाना हो गये। मालूम हो कि राजद नेता व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी और सरकार में शामिल होने का न्यौता दिया॥। उधर‚ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ड़ॉ. मदन मोहन झा ने कहा कि कितने लोग कांग्रेस से मंत्रिमंड़ल में शामिल होंगे‚ इस पर निर्णय नहीं हुआ है। हमारे प्रभारी ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव से मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि कितने मंत्री बनेंगे‚ यह तय नहीं हुआ है। अध्यक्ष ने माना कि हमारे अधिकतर विधायक दिल्ली में हैं। उन्होंने कहा कि तीन से चार आदमी को ही जिम्मेवारी मिलेगी। जिनको जिम्मेवारी मिलेगी‚ वह सरकार को मुस्तैदी से मदद करेंगे।
बिहार में महागठबंधन की सरकार में कांग्रेस के किरदार को लेकर तस्वीर लगभग साफ हो गई है. बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास ने इस मामले में बयान देते हुए कहा है कि बिहार की सरकार में कांग्रेस कोटे से तीन लोग मंत्री बनेंगे. दो मंत्री अभी शपथ लेंगे जबकि तीसरे को नीतीश मंत्रिमंडल में जगह भविष्य में होने वाले कैबिनेट विस्तार में मिलेगी. पटना पहुंचे भक्त चरण दास ने कहा कि अभी मंत्रियों के नाम तय नहीं हुए है लेकिन सोमवार तक ये किसी भी सूरत में तय कर लिये जाएंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहार की नई सरकार में शपथ लिया है इसके बाद मंत्रिमंडल के गठन की कवायद लगातार जारी है. सहयोगी दलों के नेता लगातार दिल्ली में है और अपने-अपने दलों के आलाकमान के साथ मंत्री को लेकर चर्चा हो रही है. कांग्रेस में कितने मंत्री बनेंगे और कौन-कौन मंत्री बनेंगे इसके लिए बिहार कांग्रेस के तमाम बड़े नेता दिल्ली पहुंचे थे. आलाकमान से बातें भी हुई थी हालांकि मदन मोहन झा जो कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष हैं, ने बताया कि पार्टी की आलाकमान की तबीयत खराब थी इसलिए ठीक से बात नहीं हो पाई है.
बिहार प्रभारी भक्त चरण दास का साफ कहना है कि बिहार सरकार के नए मंत्रिमंडल में कांग्रेस के तीन मंत्री होंगे. यही स्थिति राजद के साथ भी होगी. मंत्रियों के नामों की घोषणा को लेकर महागठबंधन के किसी भी दल ने अपने पत्ते अब तक नहीं खोले हैं. बताते चलें कि कांग्रेस के महासचिव मुकुल वासनिक आज पटना पहुंचे हैं. सुबह में उनके स्वागत के लिए कांग्रेस बिहार प्रभारी भक्त चरण दास प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा, अखिलेश सिंह सहित तमाम नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे.
पटना पहुंचे मुकुल वासनिक ने कहा कि आजादी के 75 वर्ष समारोह में शामिल होने के लिए वह पटना पहुंचे हैं और बिहार के जो भी मामले हैं उन्हें बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास ही देख रहे हैं. मालूम हो कि एनडीए छोड़कर नीतीश कुमार ने महागठबंधन के साथ मिलते हुए बिहार में नई सरकार बनाई है. महागठबंधन में राजद कांग्रेस और लेफ्ट दलों के समर्थन के साथ सरकार बनी है.