जदयू और भाजपा के दिग्गज नेताओं के बीच आए दिन कुछ न कुछ बयानबाजी होती रही है. सियासी गलियारे में तरह-तरह के कयास लगाये जाते रहे हैं. उसके बीच भी दोनों दलें गठबंधन में आगे बढ़ रही हैं और मीडिया को हमेसा ऑल इज वेल का ही संदेश दिया है. सियासी पंडित कयास लगाने का प्रयास तो करते हैं लेकिन इसमें सफल नहीं हो पाते हैं कि आगे चुनाव में दोनों दलें किस तरह ताल ठोकेंगी. वहीं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इसे लेकर बड़ा बयान दिया है.
गठबंधन पर बोले ललन सिंह
जदयू भाजपा के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी या फिर पार्टी भाजपा से मोह भंग कर लेगी. इसे लेकर जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कहा कि अभी पार्टी का पूरा फोकस खुद को मजबूत बनाना है और हम उसी में जुटे हैं. जब तैयार हो जाएंगे तब जाकर गठबंधन और आगे साथ लड़ने की सोचेंगे. उन्होंने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव की घोषणा नहीं हुई है. जब होगी तभी तो चुनावी गठबंधन का पता चलेगा. कल क्या होगा, ये कौन जानता है. अभी ये काल्पनिक सवाल है. साथ में उन्होंने भाजपा से गठबंधन की बात को लेकर भी कहा कि हम उसे नकार नहीं रहे.
बिहार में एनडीए की एकजुटता को लेकर जिस तरह से दो टूक अंदाज में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने अपनी बात कही है, उसके राजनीतिक गलियारे में बड़े निहितार्थ तलाश किए जा रहे हैं। हाल ही में जब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व पटना में अपने बड़े आयोजन के सिलसिले में जुटा था। तब भाजपा की तरफ से आधिकारिक तौर पर यह कहा गया था कि 2024 का लोकसभा चुनाव व 2025 का विधानसभा चुनाव भाजपा जदयू के साथ मिलकर लड़ेगी। भाजपा के बड़े नेता कई बार यह कह चुके हैं कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए चुनाव मैदान में रहेगा। इस बारे में जब ललन सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह भाजपा की इस बात को नकार नहीं रहे पर कल क्या होगा यह किसने देखा है। हमलोग तो अभी चुनाव के लिए तैयार हो रहे हैं।
कई बार सामने आ चुकी है तल्खी
जदयू एवं भाजपा के बीच की तल्खी कई बार सामने आई है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने पिछले दिनों यह बयान दिया था कि उनके दल ने विधानसभा की 243 सीटों में से 200 को चिह्नित कर अपनी तैयारी शुरू की है। इसके प्रत्युत्तर में जदयू राष्ट्रीय अध्यक्ष का यह बयान आया था कि 243 सीटों पर क्यों नहीं? उन्होंने यह भी जोड़ा कि जदयू तो आरंभ से ही 243 सीटों पर अपनी तैयारी करता रहा है। हरेक दल को अपने संगठन को मजबूत करने के लिहाज से यह अधिकार है।
चुनाव में हुआ षडयंत्र- ललन सिंह
उधर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पिछले विधानसभा चुनाव में जदयू के प्रदर्शन को लेकर भी ललन सिंह ने अपनी बात रखी. उन्होनें कहा कि पिछले चुनाव में जदयू को केवल 43 सीटें अगर मिली तो इसके पीछे षडयंत्र था. उन्होंने कहा कि ये कौन नहीं जानता कि तब क्या-क्या हुआ और कैसे हुआ. उस दौरान कइ तरह की परिस्थितियां पैदा हुई लेकिन पार्टी के जनाधार में कोई कमी नहीं थी.
आगे की रणनीति पर बोले ललन सिंह
ललन सिंह ने कहा कि पिछे पलटकर हम नहीं देखते. बिहार में सबसे बड़ी पार्टी जदयू हो. उनका लक्ष्य केवल यही है. वहीं भविष्य में राजद के साथ जाने के सवाल को ललन सिंह ने सिरे से नकार दिया. ललन सिंह के इन बयानों के बाद अब सियासी गरमी बढ़ गयी है.