धर्म के नाम पर कुछ लोग देश का माहौल खराब करने की साजिश रच रहे हैं‚ उन्हें इसकी इजाजत नहीं दी जा सकती। अब समय इस कृत्य की निंदा करने का नहीं‚ बल्कि कार्रवाई करने का है। यह बात शनिवार को नई दिल्ली संपन्न अंतर–धार्मिक सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत ड़ोभाल ने कही। सम्मेलन का आयोजन ऑल इंडि़या सूफी सज्जादनशीं कौंसिल ने किया। धर्मगुरुओं का आह्वान करते हुए ड़ोभाल ने कहा कि देशवासियों कोे धर्म के नाम पर बांटने वालों के प्रति सचेत करें और सौहार्द बनाने के लिए एकजुट हों। सम्मेलन में धार्मिक नेताओं ने पॉपुलर £ंट ऑफ इंडि़या (पीएफआई) जैसे संगठनों और ऐसे अन्य मोर्चों पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव पारित किया जो राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। दरअसल‚ कट्टरपंथी ताकतें धर्म की आड़़ लेकर ही कुत्सित इरादे पूरा करती हैं। धर्म का मसला हर व्यक्ति के लिए बेहद संवेदनशील होता है‚ और हर व्यक्ति इससे खुद को जोड़़कर चलता है। धार्मिक होना शुचिता का आधार माना जाता है‚ माना जाता है कि धार्मिक व्यक्ति आचरण और नैतिक रूप से बुराई करने से ड़रता है‚ लेकिन जब बुराई पर आमादा लोग विभिन्न वर्गों और धर्मों के लोगों के बीच अलगाव पैदा करने के लिए धर्म का इस्तेमाल करने कोशिश की जाए तो अक्षम्य अपराध है। ऐसा करने वाले व्यक्ति अपने इष्ट का तो अपमान करते ही हैं‚ साथ ही देश–समाज के नियम–कायदों को अनदेखा करने के भी अपराधी होते हैं। ऐसे राष्ट्रविरोधी तत्वों को कानून के शिकंजे में लाया जाना बेहद जरूरी है। बेशक‚ कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस काम को शिद्दत से अंजाम दे रही हैं‚ लेकिन धार्मिक गुरु समाज में अपनी प्रतिष्ठित स्थिति का उपयोग करके सामाजिक सद्भाव बढ़ाने में महती योगदान दे सकते हैं। कहना न होगा कि धर्मगुरुओं को अपने–अपने धर्म–समाज के लोगों में आदर और सम्मान होता है‚ उनकी बातों को उनके धर्म के लोग न केवल गौर से सुनते हैं‚ बल्कि उनके बताए को आत्मसात करने को भी तत्पर रहते हैं। धर्मगुरुओं ने इस दिशा में थोड़़ी और सक्रियता दिखाई तो समाज में भाईचारे का माहौल बेहतर होने में तनिक भी देर नहीं लगेगी। धर्मगुरु किसी भी धर्म का हो नेक दिल होता है‚ और नेक ख्वाहिश रखता है। इसलिए जरूरी है कि भावी नस्लों में सौहार्द का भाव प्रगाढ़ करने के मद्देनजर वे सद्भाव की जमीन तैयार करने में तत्परता दिखाएं।
रक्षाबंधन आज, पर मुहूर्त रात 8.25 से 9.45 तक ही:भद्रा का असर
आज रक्षाबंधन है। भद्रा नक्षत्र की वजह से राखी बांधने का मुहूर्त सिर्फ रात में 8.25 से 9.45 तक रहेगा।...