पटना मैनेजमेंट एसोसिएशन , बिहार उत्पाद उत्पादकता परिषद, आईआईबीएम एवं कंप्यूटर सोसायटी के द्वारा शिक्षक दिवस पर एक वेबीनार साइबर सिक्योरिटी एंड नेटवर्क रेजिलेंस इंडस्ट्री 4 विषय पर संध्या 7:00 बजे आयोजित किया गया।
इस विषय पर मुख्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर पीवी शर्मा वाइस चांसलर एमिटी विश्वविद्यालय गुरुग्राम थे। अन्य वक्ता के रूप में प्रोफेसर धर्मपाल सिंह जाट नांबिया विश्वविद्यालय तथा प्रोफेसर एसपी यादव सेंट्रल यूनिवर्सिटी झारखंड थे। पटना मैनेजमेंट के अध्यक्ष एडवोकेट बीके सिन्हा ने विषय के ऊपर संक्षिप्त जानकारी दी।
उद्योग 4.0 या जिसे चौथी औद्योगिक क्रांति कहा जाता है, वैश्विक स्तर पर शक्तिशाली बल के रूप में उभर रहा है और इसे अगली औद्योगिक क्रांति के रूप में माना जा रहा है। इसे उत्पादों के डिजिटलीकरण और इंटरकनेक्शन को बढ़ावा देकर वैल्यू चैन और बिजनेस मॉडल के रूप में माना जाता है।
उद्योग 4.0 चौथी औद्योगिक क्रांति के प्रमुख चालकों में से एक है। मानव श्रम से यांत्रिक निर्माण भी निर्माण तक जाने के लिए पहली औद्योगिक क्रांति जालौर भाग की शक्ति से शुरू हुई थी। बड़े पैमाने पर उत्पादन हेतु विद्युत ऊर्जा पर निर्मित दूसरी औद्योगिक क्रांति हुई। उत्पादन को स्वचालित करने के लिए तीसरी बार इलेक्ट्रॉनिक इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन को स्वचालित करने के लिए तीसरी बार इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग किया गया। चौथा विनिर्माण तकनीकों में शौचालय और डेटा विनिमय में की मौजूद थी मौजूदा प्रवृत्ति है।
भारत के माननीय प्रधानमंत्री ने भारत को अब तक विनिर्माण केंद्र के रूप में मानचित्र पर जगह बनाने के लिए मेक इंडिया कार्यक्रम शुरू किया है। विनिर्माण क्षेत्र विशेषकर एमएसएमई भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और कृषि के बाद सबसे अधिक रोजगार प्रदान करते हैं। रोजगार के साथ विकास के उद्देश्य को एकजुट करने के लिए 2022 तक देश के सकल घरेलू उत्पाद में विनिर्माण की हिस्सेदारी 16% से 25% तक बढ़ाना और 2022 तक एक सौ मिलियन अतिरिक्त रोजगार उपलब्ध करवाना है ।
डिजिटल टेक्नोलॉजी के बढ़ते कदम के लिए साइबरसिक्योरिटी की बेहद आवश्यकता है और इसमें उच्च कोटि के तकनीक की जरूरत है ताकि हमारे डाटा सुरक्षित रहें और विकास में कोई बाधा न पहुंचाए। विश्व के प्रतिस्पर्धा में इसकी अत्यंत आवश्यकता महसूस की गई है। साइबरसिक्योरिटी की घटनाओं ने हमें आगाह किया है कि हम अपने सुरक्षा प्रणाली को सुदृढ़ करें ताकि हमारे प्रगति में कोई सेंध ना लगे।
आरंभ में उत्पादकता परिषद के अध्यक्ष श्री डीके श्रीवास्तव ने वक्ताओं एवं उपस्थित सभी सदस्यों का स्वागत किया। प्रोफेसर एके नायक ने अध्यक्षीय भाषण दिया तथा प्रोफेसर गणेश पांडे ने धन्यवाद ज्ञापन किया।