रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सैनिकों की भर्ती के लिए आज औपचारिक तौर पर अग्निपथ योजना का ऐलान कर दिया। केंद्र सरकार ने सेना भर्ती के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। अब सरकार सेना में अग्निपथ योजना के तहत भर्तियां करेगी। जिसके तहत युवाओं की सेना में केवल 4 साल के लिए भर्ती की जाएगी।
सुरक्षा संबंधी कैबिनेट कमेटी का ऐतिहासिक फैसला-राजनाथ
इस मौके पर राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय सेना को दुनिया की बेहतरीन सेना बनाने के लिए सुरक्षा संबंधी कैबिनेट कमेटी ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है। हम अग्निपथ नामक एक योजना ला रहे हैं जो हमारी सेना में परिवर्तनकारी बदलाव कर उन्हें पूरी तरह से आधुनिक और सुसज्जित बनाएगी। उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना से रोजगार का अवसर बढ़ेगा। अग्निवीर सेवा के दौरान अर्जित कौशल एवं अनुभव से युवाओं को विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार प्राप्त होगा। इससे अर्थव्यवस्था को भी उच्च कुशल कार्यबल की उपलब्धता होगी जो उत्पादकता लाभ और सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि में सहायक होगा।
इस योजना के तहत सेना में शामिल होने वाले युवाओं को अग्निवीर कहा जाएगा। तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस योजना का प्रेजेंटेशन भी दिया था। इस योजना के तहत सेना में युवा कम समय के लिए भर्ती हो सकेंगे। इस योजना को अग्निपथ स्कीम नाम दिया गया है। इसके तहत युवा चार साल के लिए सेना में शामिल हो सकते हैं और देश की सेवा कर सकेंगे।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे, एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना चीफ एडमिरल आर हरि कुमार की मौजूदगी में सेना की अग्निपथ स्कीम की लॉन्चिंग मौके पर कहा कि अग्निपथ योजना का लक्ष्य सैन्य सेवा की प्रोफाइल को यूजफुल रखा जाए। इससे युवाओं की हेल्थ और फिटनेस लेवल भी अच्छा रहेगा। इस योजना के जरिए विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार उपलब्ध कराएगा। इससे जीडीपी ग्रोथ में सहायक होगी। बेहतर पैकेज, सेवा निधि पैकेज और डिसएबिलिटी पैकेज की भी घोषणा की गई है।
देश सेवा के दौरान शहीद होने पर परिजनों को मिलेगी सेवा निधि
अगर कोई अग्निवीर देश सेवा के दौरान शहीद हो जाता है, तो उसके परिजनों को सेवा निधि समेत 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि ब्याज समेत मिलेगी। इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन दिया जाएगा। वहीं, अगर कोई अग्निवीर डिसेबिल हो जाता है, तो उसे 44 लाख रुपए तक की राशि दी जाएगी। इसके अलावा बाकी बची नौकरी का भी वेतन मिलेगा।
पूरे देश में आयोजित की जाएगी भर्ती
अग्निवीरों की भर्ती पूरे देश में आयोजित की जाएगी। मेरिट में आए युवाओं को इसमें चुना जाएगा। चुने गए कैंडिडेट्स बतौर अग्निवीर 4 साल तक सेना में सर्विस देंगे। चार साल की सेवा के बाद अग्निवीर सेना की नौकरी छोड़ देंगे। इसके बाद वह समाज में एक स्कील्ड नागरिक के तौर पर अनुशासित जीवन जी सकते हैं। मेरिट के आधार पर और सेना की जरूरत के हिसाब से सेना 25 फीसद अग्निवीरों को रेगुलर कैडर में समायोजित कर सकती है। होलोग्राफिक्स, नाइट, फायर कंट्रोल सिस्टम से लैस होंगे जवान। हैंड हेल्ड टारगेट सिस्टम भी जवानों के हाथ में दिए जाएंगे। इसके लिए 10 हफ्ते लेकर 6 महीने तक ट्रेनिंग दिए जाएंगे। साढ़े 17 से 21 साल उम्र के युवा इसमें नौकरी पा सकते हैं।
अग्निवीरों के लिए वेतन का अच्छा पैकेज-राजनाथ
रक्षा मंत्री ने कहा कि अग्निवीरों के लिए इस योजना में वेतन का एक अच्छा पैकेज, 4 साल की सेवा एक्जिट पर सेवा निधी पैकेज एवं एक लिबरल डेथ और डिसेबिलिटी पैकेज की भी व्यवस्था की गई है।
अग्निपथ योजना की कुछ खास बातें
- पहली बहाली में करीब 46500 वैकेंसी
- 40 हजार पद आर्मी के लिए बाकी अन्य सेवाओं के लिए
- वेतन-30 से 40 हजार रुपये
- 4 साल की सेवा के बाद सेवा निधि पैकेज
- सेवा निधि पैकेज के तहत करीब 12 लाख रुपये मिलेंगे
- शहीद होने पर 48 लाख अंशदायी बीमा, 44 लाख अनुग्रह राशि और सेवा अवधि का बकाया वेतन
- सामान्य मृत्यु होने पर 48 लाख का बीमा मिलेगा