बिहार विधानमंडल के बजट सत्र का आज 7वां दिन है। आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। महिला दिवस का असर बिहार विधानमंडल के बजट सत्र में भी खूब दिख रहा है। विधानसभा अध्यक्ष ने नारी शक्ति को नमन के साथ विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई। उन्होंने कहा कि नारी गौरव है अभिमान है। RJD विधायक आलोक मेहता ने एक दिन के लिए किसी महिला काे मुख्यमंत्री बनाने की मांग की। विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले विभिन्न पार्टियों ने महिलाओं से जुड़े मुद्दे को लेकर खूब नारेबाजी की। माले ने राज्य और देश में महिला उत्पीड़न का सवाल उठाया। मलेनेस सेंटर रूम की घटना का भी हवाला दिया। कांग्रेस ने भी महिला अधिकारों का सवाल उठाया। राजद ने सरकारी कर्मियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने की मांग रखी। बड़ी बात यह कि महिला दिवस पर तमाम पार्टियां चाहे वह सत्ता दल की महिला विधायक हो या फिर विपक्ष की सभी ने एकजुट होकर नारेबाजी की और मांग रखी कि बिहार विधान मंडल में भी महिलाओं को आरक्षण दिया जाए।
बिहार विधानसभा में विद्यालयों के रात्रि प्रहरियों को न्यूनतम वेतन देने की मांग उठी। इस पर मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि रात्रि प्रहरियों के लिए स्थाई नियुक्ति शुरू हो जाने पर रात्रि प्रहरियों को पूर्ण वेतनमान मिलेगा और 5000 वाली व्यवस्था समाप्त हो जाएगी।
हरि भूषण ठाकुर ने उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर दिया बयान। बोले- कहा जीत हमारी पक्की है, सपा के कई नेता हार को देखते हुए लंदन के टिकट 11 मार्च का कटवा चुके हैं।
बीजेपी ने विपक्ष को हंगामे का दिया है न्योता
अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर विवादित बयान देखकर सत्तारूढ़ दल बीजेपी ने विपक्ष को हंगामे का न्योता दे दिया है। अब विपक्षी दल इस बात को लेकर लगातार हंगामा कर रहे हैं कि बीजेपी के जिस नेता ने विवादित बयान दिया है वह सार्वजनिक तौर पर माफी मांगे। इसको लेकर सोमवार को विपक्ष तीन बार बेल में जाकर हंगामा कर चुका है। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने इस तरह की अमर्यादित भाषा को लेकर बहस भी कराया, लेकिन नतीजा नहीं निकला। विपक्ष के नेता लगातार बीजेपी विधायक पर माफी मांगने का दबाव बना रहे हैं। सोमवार को सदन की बैठक बिना विपक्ष के रहते चली।
आरजेडी, AIMIM, कांग्रेस सहीत लेफ्ट की पार्टियां है विरोध में
आज फिर से विपक्ष अपनी पुरानी मांगों पर अड़ा है। इसको लेकर बिहार की जितनी विपक्षी पार्टियां हैं वह हंगामा कर रही है। विपक्षी नेताओं का की मांग है कि जब तक विवादित बयान देने वाले बीजेपी विधायक कुमार शैलेंद्र माफी नहीं मांगते हैं, तब तक सदन नहीं चलने देंगे। दरअसल मंगलवार को सदन में अनुपूरक बजट को लेकर बहस चल रही थी। इसी दौरान भागलपुर से बिहपुर विधानसभा के विधायक कुमार शैलेंद्र ने अल्पसंख्यकों को लेकर विवादित बयान दिया, जिसके बाद यह हंगामा बरपा है।
BJP विधायक कुमार शैलेंद्र ने बयान देने से किया इंकार
हालांकि कुमार शैलेंद्र ने सदन बाहर आकर मीडिया के सामने यह कहा कि उन्होंने इस तरह का कोई बयान नहीं दिया है, प्रोसीडिंग में सारी बातें स्पष्ट हैं। लेकिन, आरजेडी सहित तमाम विपक्षी पार्टियां इस बात पर अड़ी है कि उन्होंने अल्पसंख्यक को देशद्रोही कहा है और उन्हें सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए।