बिहार विधान परिषद में शुक्रवार को सत्ता और विपक्ष के सदस्यों ने शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी को जमकर घेरा। मंत्री भी अपने जवाब से सदस्यों को उलझाते रहे। सीपीआई के प्रो. संजय कुमार सिंह के अल्पसूचित का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि माध्यमिक विद्यालय में लिपिकों के ११७२ पद समाप्त कर दिए गए हैं और इसके स्थान पर सहायकों के एक ११७२ पदों को सृजित किया गया है। इन पदों पर नियुक्ति पंचायती राज निकायों और नगर निकायों के माध्यम से की जायेगी।
कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह के आसन ग्रहण करते ही जदयू के संजीव कुमार सिंह ने कहा कि वित्त रहित डिग्री कॉलेजों के अनुदान के लिए ८८४ करोड़़ रुपये का उपबंध बजट में किया गया है। वित्तीय वर्ष के कुछ ही दिन बचे हैं‚ लेकिन राशि का अभी तक वितरण नहीं हुआ है। इसलिए जल्द से जल्द अनुदान की राशि वितरित कराई जाये। सीपीआई के केदारनाथ पांडे ने कहा कि राज्य के शिक्षकों को जनवरी महीने से ही १५ फीसद बढोतरी के साथ वेतन मिलना था‚ लेकिन राज्य के दो ही जिले सहरसा और शिवहर में बढोतरी के साथ वेतन का वितरण किया गया है। राज्य के बाकी ३६ जिलों में अभी तक वेतन का वितरण नहीं किया गया है। शिक्षकों को होली से पहले वेतन देने की गारंटी की जाये। सीपीआई के प्रोफेसर संजय कुमार सिंह ने कहा कि मैट्रिक और इंटर की कॉपियों का मूल्यांकन दो पाली में करने का निर्देश बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा दिया गया है। महिला शिक्षक रात के नौ बजे तक कैसे मूल्यांकन करेंगी‚ इस पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि सभी सूचनाएं संज्ञान में लेता हूं। जल्द से जल्द भुगतान हो जाएगा। शिक्षा मंत्री ने राजद के रामचंद्र पूर्वे के अल्पसूचित प्रश्नों का जवाब देते हुए कहा कि राज्य के नौ विश्वविद्यालय और ११९ महाविद्यालयों में नैक से रैंकिंग के लिए सभी सूचनाएं नैक की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गयी हैं। उन्होंने कहा कि पटना विश्वविद्यालय में एकेडमी और प्रशासनिक भवन के निर्माण के लिए १२५ करोड की स्वीकृति दी गई है।
शिक्षा मंत्री ने राजद के रामचंद्र पूर्वे के तारांकित का जवाब देते हुए कहा कि हिंदी ग्रंथ अकादमी द्वारा प्रकाशित ७६ लाख रुपये की पुस्तक क्षतिग्रस्त हो गई है। इन पुस्तकों के प्रकाशन के लिए फिर से कारवाई की जा रही है। जदयू के वीरेंद्र नारायण यादव के पूरक का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि दुर्लभ पुस्तकों को फिर से प्रकाशित किया जाएगा। इसके लिए बिहार हिंदी ग्रंथ अकादमी को सूची बनाने का आदेश दिया गया है। अभी तक ३० पुस्तकों की सूची मिली है। उन्होंने सदस्यों से भी दुर्लभ पुस्तकों की सूची उपलब्ध कराने की मांग की ताकि पुस्तकों को प्रकाशित किया जा सके। जदयू के संजीव कुमार सिंह के तारांकित का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि विद्यालयों में चल रहे शिक्षा विभाग के कार्यालय को दूसरी जगह स्थानांतरित या वैकल्पिक व्यवस्था की जायेगी। सीपीआई के केदारनाथ पांडे ने कहा कि विद्यालय में शिक्षा विभाग के कार्यालय रहने से शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित होती है। इसलिए सरकार को तत्काल दूसरी जगह कार्यालय ले जाना चाहिए। इस पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार वैकल्पिक व्यवस्था करने पर विचार कर रही है। शिक्षा मंत्री ने कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा के तारांकित का जवाब देते हुए कहा कि कंप्यूटर शिक्षकों की नियुक्ति आईसीटी योजना के तहत बेल्ट्रॉन के द्वारा की गई थी। इसलिए इन शिक्षकों की नियुक्ति फिर से करने का प्रस्ताव नहीं है। संविदा के आधार पर दूसरी एजेंसी के द्वारा नियुक्ति की गई थी। सीपीआई के प्रो. संजय कुमार सिंह के तारांकित का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य के २९४८ ग्राम पंचायतों में किसी मध्य विद्यालय के पास ७५ डिसमिल से अधिक भूमि नहीं थी। इन मजबूत आधारभूत संरचना वाले मध्य विद्यालय को उच्च माध्यमिक विद्यालय में उत्क्रमित किया गया है। उन्होंने कहा कि इन विद्यालयों में अगले दो वर्षों में भवन निर्माण और बेंच–डेस्क पर ७५३० करोड रुपये की राशि खर्च की जाएगी।