यूक्रेन पर रूस के हमले के नौवें दिन आज भी भीषण जंग जारी है। कीव से करीब 500 किलोमीटर दूर एनेरहोदार में यूरोप में सबसे बड़े न्यूक्लियर प्लांट पर कब्ज़े की जंग तेज हो गई है। यूक्रेन की सेना शहर के बाहरी इलाकों में रूसी सेना से लड़ रही है। उधर, इमरजेंसी सर्विसेस के हवाले से मिली खबर के मुताबिक चेर्नीहाइव में एयर स्ट्राइक में 22 लोग मारे गये हैं। वहीं राजधानी कीव से 20 किलोमीटर की दूरी पर रूसी सेना और यूक्रेन की सेना के बीच भीषण लड़ाई चल रही है। खारकीव और इज़ियुम में रिहायशी इलाकों में भारी गोलाबारी की खबर है।
उधर, दोनों देशों के बीच दूसरे दौर की बातचीत में नागरिकों को सेफ पैसेज देने पर सहमति बनी है। बैठक के बाद रूस के प्रतिनिधिमंडल ने पुष्टि की है कि मॉस्को और कीव के बीच यूक्रेन में नागरिकों के लिए निकासी मार्ग स्थापित करने पर सहमत हुए हैं। रूस का यह भी कहना है कि युद्धविराम पर भी प्रगति हो रही है। वहीं, यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय से भी इस बात की पुष्टि की गई है कि नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिए सेफ कॉरिडोर बनाने पर सहमति बनी है।
इस हमले के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बायडेन से बात की और हालात के बारे में बताया। बायडेन ने रूस से अपील की है कि वह न्यूक्लियर पावर प्लांट की सुरक्षा और वहां लगी आग को बुझाने में मदद करे। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा, ‘‘ राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मिलकर रूस से प्रभावित क्षेत्र में अपनी सैन्य गतिविधियों पर तत्काल रोक लगाने तथा आपात बचाव दल को वहां जाने की अनुमति देने की मांग की है।’’
बाइडन ने संयंत्र की स्थिति की जानकारी लेने के लिए अमेरिकी ऊर्जा विभाग के परमाणु सुरक्षा के अवर सचिव और राष्ट्रीय परमाणु सुरक्षा प्रशासन के प्रशासक से बातचीत भी की। वहीं जेलेंस्की के कार्यालय प्रमुख के सलाहकार ने जपोरिजिया न्यूक्लियर प्लांट पर हमले का एक वीडियो ट्वीट किया।
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी भी हरकत में आ गई और किसी भी हालात से निपटने की पूरी तैयारी कर रखी है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की से बात की। प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन की लापरवाह कार्रवाई अब सीधे तौर पर पूरे यूरोप की सुरक्षा के लिए खतरा हो सकती है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा कि स्थिति और न बिगड़े। प्रधानमंत्री ने कहा कि वह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक की मांग करेंगे और ब्रिटेन इस मुद्दे को रूस और करीबी सहयोगियों के साथ तुरंत उठाएगा।