रूस और यूक्रेन के बीच तनाव थमने का नाम नहीं ले रहा है।रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के बीच आज क्वॉड देशों की एक महत्वपूर्ण बैठक होगी. यह बैठक वर्चुअल होगी और इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे. भारत के अलावा इस बैठक में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी शामिल होंगे. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया और जापान के राष्ट्र अध्यक्ष भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक में जुड़ेंगे. बताया जा रहा है कि इस बैठक में रूस-यूक्रेन मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है.
भारत सरकार यूक्रेन में फंसे छात्रों को निकालने के लिए प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसले के बाद 4 मंत्री यूक्रेन के पड़ोसी देशों में पहुंच चुके हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रोमानिया में रोमानिया पहुंचे भारतीय छात्रों से मुलाकात की और उन्हें यकीन दिलाया कि भारत सरकार सभी छात्रों को सुरक्षित देश लेकर जाएगी। इसके अलावा वी.के सिंह और हरदीप सिंह पुरी ने भी छात्रों से मुलाकात करके सभी सुविधाओं को सुनिश्चित किया। युद्ध की बात करें तो रूस हमले रोकने का नाम नहीं ले रहा है। यूक्रेन के विदेश मंत्री ने अमेरिका से लड़ाकू विमान भी मांगे हैं। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने साफ कर दिया है कि वह रूस के सामने किसी कीमत पर हथियार नहीं डालेंगे और अंतिम सांस तक लड़ते रहेंगे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पास हो गया है लेकिन भारत ने रूस के खिलाफ वोटिंग में हिस्सा नहीं लिया। UNGA में रूस का साथ सिर्फ 5 देशों ने दिया। रूस के खिलाफ UNGA में 141 वोट पड़े यानी जो निंदा प्रस्ताव पास करने के समर्थन में 141 देश हैं वो रूस के खिलाफ हैं। बता दें कि यूएनजीए ने एक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है जिसमें रूस से यूक्रेन में युद्ध को रोकने और सभी सैनिकों को वापस लेने की मांग की गई है। इस प्रस्ताव के पक्ष में 141 वोट पड़े और 35 देशों ने मतदान से दूरी बनाई, इनमें भारत भी शामिल रहा। वहीं, 5 देशों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया।
एक तरफ खारकीव को आज रात खाक में मिलाने पर रूस अड़ा है तो दूसरी ओर यूक्रेन के साथ कल रूसी डेलीगेशन बात भी करेगा। यूक्रेन से बातचीत के लिए रूसी डेलीगेशन बेलारूस पहुंचा चुका है जहां कल रूस और यूक्रेन में बातचीत हो सकती है। रूस और यूक्रेन की बातचीत का एजेंडा युद्धविराम हो सकता है।
वहीं, आपको बता दें कि खारकीव में रुसी गोलाबारी करीब करीब शुरू हो चुकी है पिछले आधे घंटे से रुसी मिसाइलें खारकीव के अलग अलग इलाकों में जबरदस्त बमबारी कर रही है। भारतीय छात्रों को मिले 6 घंटे के सेफ पैसेज का टाइम खत्म हो चुका है कई छात्राएं ट्रेन के रास्ते वेस्टर्न बॉर्डर के लिए निकल चुकी हैं। कुछ छात्र अभी भी फंसे हुए हैं खारकीव में फंसे कई छात्र ऐसे हैं जो बबाई पिसोचिन बेज्लीदोवका के रास्ते में हैं। भारतीय छात्रों को ये सेफ पैसेज रूस ने दिया था मगर अब लड़ाई ने भयंकर रुप ले लिया है। रूस ने अल्टीमेटम यहां तक दे दिया है कि ये लड़ाई तीसरे विश्वयुद्ध तक जा सकती है और परमाणु युद्ध में भी बदल सकती है और ये ऐसा युद्ध होगा जो बहुत विध्वंसकारी होगा।
यूक्रेन में महायुद्ध शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हॉटलाइन आज दूसरी बार कनेक्ट हुई। पुतिन ने 3 रास्ते बताए हैं। यूक्रेन में जो मिशन इम्पॉसिबल लगता था, वो पॉसिबल होने लगा है। मोदी का मिशन स्पष्ट है, 90 फीसदी काम हो चुका है। 17000 भारतीय यूक्रेन बॉर्डर पार कर चुके हैं और बचे हुए तीन हजार छात्रों को भी सुरक्षित लाना है। ये छात्र खारकीव के आसपास हैं। अच्छी बात ये है कि भारतीय छात्र अब खारकीव के सेंटर में नहीं, बल्कि शहर के बाहर हैं। कीव और खारकीव पर किसी भी समय बहुत बड़ा हमला हो सकता है। आज की रात यूक्रेन पर बहुत भारी है।
छात्रों को सुरक्षित निकालने का प्रयास कर रही है सरकार
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उसके सशस्त्र बल यूक्रेन के खारकीव शहर से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिहाज से सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं। भारत में रूसी दूतावास के एक अधिकारी ने रूस के रक्षा मंत्रालय की ब्रीफिंग का ब्योरा साझा किया। मॉस्को में रक्षा मंत्रालय ने एक मीडिया ब्रीफिंग में यह आरोप भी लगाया कि यूक्रेन के अधिकारी भारतीय छात्रों के एक समूह को उनकी बेलगोरोद जाने की इच्छा के विपरीत खारकीव में जबरदस्ती रोक कर रख रहे हैं। हालांकि भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यूक्रेन जो अपना खून बहा रहा है, वह वहां फंसे हुए विदेशी छात्रों की मदद कर रहा है।
हाइलाइट्स
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज आठवां दिन
UNGA से पास हुआ रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव
रूस और यूक्रेन के बीच आज होगी दूसरे दौर की वार्ता
रूस ने माना कि युद्ध में उसके 498 सैनिक मारे गए
रूस और यूक्रेन के बीच जंग अब खतरनाक मोड़ पर आ गई पहुंची है. रूसी सेना ने यूक्रेन की राजधानी कीव को चारो तरफ से घेर लिया है. रूस की सेना यूरोप के सबसे न्यूक्लियर पावर प्लांट की तरफ भी बढ़ रही है. रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध का आज आठवां दिन है. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने यूक्रेन से रूसी सेना की वापसी का प्रस्ताव भी पारित कर दिया है. इस बीच दोनों देशों के बीच आज दूसरे दौर की बातचीत भी होनी है. यूक्रेन और रूस के युद्ध से जुड़े हर बड़े अपडेट यहां पढ़ें…
यूक्रेन का दावा- रूस की Saratov यूनिट के 80% सैनिक मार गिराये
यूक्रेन का दावा है कि युद्ध में वह रूस को भारी नुकसान पहुंचा रहा है. Ukrinform की रिपोर्ट के मुताबिक, Saratov से आई रूसी सेना की यूनिट के 80 फीसदी जवान यूक्रेन में मार दिए गए हैं. दावा है कि 2 मार्च तक रूस के 5840 जवान मारे गए. इसमें Kamyshin यूनिट के 70 फीसदी और Saratov यूनिट के 80 फीसदी जवान शामिल हैं. इसके अलावा 30 विमान, 31 हेलीकॉप्टर, 211 टैंक, 862 पैदल सेना से लड़ने वाले वाहन, 2 नावें नष्ट किए गए हैं.
जंग के बीच पुतिन के सबसे बड़े आलोचक Alexei Navalny ने यूक्रेन का साथ दिया है. Alexei Navalny ने कहा कि रूस के लोगों को सड़कों पर उतरकर यूक्रेन के समर्थन में रैली निकालनी चाहिए. उन्होंने पुतिन की तुलना उन्मादी जार (शासक) से की है.
रूस की तरफ से दावा हुआ था कि यूक्रेन ने भारतीय छात्रों को बंधक बनाया है. इसपर अब भारत के विदेश मंत्रालय का बयान आया है. विदेश मंत्रालय की तरफ से प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि भारतीय दूतावास लगातार भारतीय लोगों के संपर्क में है. यूक्रेनी अथॉरिटी की मदद से भारतीय छात्रों को निकाला जा रहा है. फिलहाल तक भारत को किसी छात्र को बंधक बनाने की जानकारी नहीं मिली है.
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक रूस के हमले में यूक्रेन में अबतक 752 आम लोगों की मौत हुई है. यह आंकड़ा 1 मार्च तक का बताया जा रहा है.
स्कूल के बेसमेंट में फंसे 8 बच्चे
यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में रूस की बमबारी जारी है. खारकीव के साथ-साथ Severodonetsk शहर में भी बमबारी जारी है. वहां एक kindergarten स्कूल के बेसमेंट में 10 लोग फंस गए हैं. इसमें 8 बच्चे भी शामिल हैं.