पटना जिले के सभी निजी विद्यालय (प्राइवेट स्कूल) आफलाइन क्लास कराने के साथ-साथ बच्चों को आनलाइन क्लास का विकल्प भी मुहैया कराएंगे। इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी अमित कुमार ने सभी निजी स्कूलों के प्राचार्यों एवं निदेशकों को निर्देश दिया है। वर्तमान में जिले के अधिकांश निजी स्कूल आफलाइन क्लास संचालित कर रहे हैं। जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश के बाद वे आनलाइन सुविधा भी बच्चाें को मुहैया कराएंगे। शिक्षा विभाग ने तीस नवंबर को गृह विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया के तहत यह निर्देश दिया है। गृह विभाग ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रान के मद्देनजर गाइडलाइन जारी की है। नई गाइडलाइन के अनुसार स्कूलों में बच्चों एवं कर्मियों को मास्क का उपयोग करना होगा।
गृह विभाग ने जारी किया है आदेश
गृह विभाग की विशेष शाखा ने आदेश जारी किया है जिसमें स्कूलों के SOP के तहत विद्यालयों को पहली से 12वीं क्लास तक को सामान्य रूप से खोले जाने का निर्देश दिया गया है। विद्यालयों में संचालित पठन पाठन एवं बच्चों के मूल्यांकन और अभिभावकों के साथ होने वाली बैठक तथा आने वाले माह में निजी विद्यालयों द्वारा नामांकन की प्रक्रिया को प्रारंभ करने को ध्यान में रखकर यह आवश्यक होगा कि स्कूलों में विशेष सावधानी बरती जाए। जिला शिक्षा पदाधिकारी अमित कुमार ने आदेश जारी करते हुए कोरोना को लेकर निजी स्कूलों को अलर्ट मोड पर रहने को कहा है।
अब स्कूलों को इस नियम का करना होगा पालन
- स्कूलों में कोरोना की गाइडलाइन का पूरी तरह से पालन कराया जाए।
- कोविड गाइडलाइन के तहत जारी SOP का कड़ाई से पालन कराया जाए।
- कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन काे ध्यान में रखकर मास्क जरुरी हो।
- छात्र – छात्राओं के साथ विद्यालय कर्मियों के लिए मास्क का उपयोग एवं हैन्ड सैनिटाइजेशन किया जाए।
- स्कूलों में ऑनलाइन माध्यम से शिक्षण / मूल्यांकन की व्यवस्था के विकल्प को उपलब्ध कराया जाए। ऑफलाइन शिक्षण व्यवस्था के तहत यह आवश्यक होगा कि विद्यालय के सभी पात्रों को टीका लगा हो।
- विद्यालय में काम करने वाले सभी वयस्क कर्मियों को कोविड -19 का टीकाकरण हर हाल में हुआ हो।
- वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद ही कर्मी स्टॉफ को विद्यालय परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाए। प्रतिदिन विद्यालय परिसर, वाहनों को सैनिटाइजेशन हर हाल में कराया जाए।
- विद्यालय में नामांकित छात्र – छात्राओं की तबीयत जरा भी खराब होने पर एक्शन लिया जाए।
- बीमार बच्चों को ऑफलाइन शिक्षण व्यवस्था से पूरी तरह से अलग रखा जाए।