प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने रविवार को राजद कार्यालय मे राजद चिकित्सा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित चिकित्सकों के साथ संवाद कार्यकम मे भाग लिया । उन्होंने चिकित्सकों के साथ सीधा संवाद किया और चिकित्सकों के प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नीति आयोग ने अपनी रैंकिंग मे बिहार को नीचे से पहले स्थान पर रखा है। कोविड़ की पहली लहर के बाद सरकार के पास पूरा समय था और सरकार चाहती तो व्यवस्था में सुधार कर सकती थी‚ मगर सरकार ने ऐसा नहीं किया। इसके कारण आधारभूत संरचना जैसे ऑक्सीजन‚ वेंटिलेटर‚ ऑपरेटर‚ डॉक्टर‚ बेड एवं अन्य सुविधाएं मुहैया की जा सकती थीं और लॉक डाउन के समय सारी व्यवस्था की जा सकती थी। उन्होंने कहा कि बडे पैमाने पर डॉक्टर‚ नर्स एवं चिकित्सा कर्मियों को भर्ती करने की जरूरत है। डब्लूएचओ ने भी अपनी रिपोर्ट में अधिक संख्या में डॉक्टरों को नियुक्त किए जाने की आवस्यकता बताई है। सरकार समाज की आधारभूत जरूरत को पूरा करने में भी विफल है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जिस तरह का संकट स्वास्थ्य क्षेत्र में आया‚ उससे सरकार को सीख लेनी चाहिए। प्रदेश मे इमरजेंसी सेवा को देखते हुए पर्याप्त ऑक्सीजन और वेंटिलेटर की व्यवस्था करनी चाहिए। राजद ने विपक्ष में रहते हुए मरीजों की सहायता की‚ डॉक्टरों और चिकित्सा के लिए स्थान एवं दवा की व्यवस्था की और मरीजों की सेवा की। राजद राज्य से बेकारी को समाप्त करना चाहता है और मैंने विधान सभा चुनाव में घोषणा की थी कि यदि मुझे सरकार बनाने का मौका मिला तो १० लाख लोगों की नियुक्ति कर बेरोजगरी और बेकारी पर हमला बोलूंगा। इस अवसर पर प्रदेश राजद अध्यक्ष जगदानंद सिंह‚ अब्दुलबारी सिद्िकी‚ आलोक मेहता‚ श्याम रजक‚ उदय नारायण चौधरी‚ बृषिण पटेल‚ भोला यादव‚ राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम‚ मनोज झा‚ विधायक मोहमद शमीम‚ शक्ति यादव सहित राजद के कई वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
तेजस्वी यादव एक ऐसे पेशा को बदनाम करने जा रहे हैं जो निस्वार्थ सेवा भाव से जुडा रहता है। तेजस्वी यादव अपनी जमात में उन यशस्वी चिकित्सकों को लाना चाहते हैं‚ जो इस राज्य और देश की सेवा कर रहे हैं। सबसे संवेदनशील पेशा चिकित्सक का माना जाता है और तेजस्वी यादव उनकी भावनाओं के साथ खिलवाड करना चाहते हैं। ये बातें प्रदेश भाजपा प्रवक्ता मनोज शर्मा ने कहीं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के खिलाफ तेजस्वी यादव डॉक्टरों के मन में जहर घोल रहे हैं। तेजस्वी एक राजद्रोही की तरह काम कर रहे हैं। ड़ॉक्टरों के लिए तेजस्वी का बयान शर्मनाक है।
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