उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि सभी प्रवासी बिहारी विदेशों में भी बिहार की कला‚ संस्कृति एवं भाषा को न सिर्फ अपने अंदर संजोये हुए हैं बल्कि इसके प्रचार–प्रसार के लिए भी तत्पर हैं। इस भावना का हम सभी बिहारवासी सम्मान करते हैं। इसी सांस्कृतिक परम्परा को बढाने के उद्ेश्य से बिहार फाउंडेशन के माध्यम से एवं आपके सहयोग से विदेश में सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन की परिकल्पना की जाएगी। इस भावी कार्यक्रम में बिहार की कला‚ संस्कृति एवं भाषा इत्यादि आधारित ऑडियो/वीडियो‚ अन्य उत्पाद आदि भी साझा किए जाएंगे।
उपमुख्यमंत्री बिहार फाउंडेशन के विदशों में स्थित चैप्टरों एवं कोविड–१९ दूसरी लहर में प्राप्त राहत सामग्री के दानकर्ताओं के साथ एक संवाद कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी प्रवासी बिहारियों से अपने–अपने क्षेत्र में बिहार के व्यंजन यथा गया का तिलकुट‚ बाढ का लाई‚ सिलाव का खाजा‚ मनेर का लड्डू‚ नवादा का अनरसा इत्यादि के प्रचार–प्रसार किए जाने पर बल दिया तथा यह भी सुझाव दिया कि इन व्यंजनों का विदेश में एक बिक्री–केंद्र खोला जाए‚ जिससे इसकी न केवल ब्रांडिंग–माकटिंग होगा बल्कि इससे रोजगार का सृजन भी होगा । ॥ कार्यक्रम में उपस्थित सभी चैप्टर के अध्यक्ष/सचिव एवं प्रवासी बिहारी दानकर्ताओं का कार्यक्रम में शामिल होने तथा बिहार की यथासंभव मदद करने के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने सबों को सूचित किया कि बिहार के कटिहार जिले के शुभम कुमार ने इस वर्ष की यूपीएससी की परीक्षा में पूरे भारत में प्रथम रैंक लाकर बिहार की बौद्धिक शक्ति का परिचय दिया है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी हार्दिक इच्छा है की बिहार के पारम्परिक व्यंजन सुदूर देशों के प्रवासी चखें। इससे न केवल जडों से सम्बन्ध मजबूत रहेगा बल्कि इनके निर्माण में लगे कारीगरों को भी प्रोत्साहन तथा रोजगार भी मिलेगा। साथ ही‚ उन्होंने बिहारी कला जैसे मधुबनी पेंटिंग एवं बिहारी हस्तशिल्प निर्मित सामग्री की भी बिक्री बढाये जाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के लिए विशेष पहल की जाएगी। उपमुख्यमंत्री ने समस्त प्रवासी बिहारियों से कोविड की दूसरी लहर के दौरान बिहार फाउंडेशन के माध्यम से बिहार राज्य के लिए उपलब्ध कराई गई राहत सामग्री के लिए हार्दिक आभार व्यक्त किया। ज्ञात हो कि उपमुख्यमंत्री सह –वित्त मंत्री–सह–अध्यक्ष‚ बिहार फाउंडेशन तारकिशोर प्रसाद की अध्यक्षता में वर्चुअल मीट के माध्यम से बिहार फाउंडेशन के विदशों में स्थित चैप्टरों एवं कोविड–१९ की दूसरी लहर में प्राप्त राहत सामग्री के दानकर्ताओं के संग एक संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बिहार फाउंडेशन के विदेश में अवस्थित ४ चैप्टर के अध्यक्ष/सचिव इस संवाद कार्यक्रम में जुडे‚ जिनमें यूएसए वेस्ट कोस्ट चैैप्टर से राजीव सिन्हा (अध्यक्ष) एवं दीपक शर्मा (सचिव)‚ कनाडा चैप्टर से उमेश कुमार (सचिव)‚ कतर चैैप्टर से शकील अहमद काकवी (अध्यक्ष)‚ गौहर अल्ताफ (उपाध्यक्ष)‚ मोहम्मद महफूज हसन (महासचिव) तथा यूएई चैप्टर से ओमेर हेजाजीन (अध्यक्ष) एवं तारिक अनवर (सचिव) शामिल हुए। इसके अतिरिक्त अमेरिका में बसे प्रवासी बिहारी‚ जिन्होंने कोविड–१९ की दूसरी लहर के दौरान बिहार फाउंडेशन के माध्यम से बिहार राज्य को राहत सामग्री उपलब्ध कराई थी‚ वे भी इस संवाद कार्यक्रम में जुडे। बिहार झारखंड एसोसिएशन ऑफ नॉर्थ अमेरिका से डॉ. अविनाश गुप्ता (अध्यक्ष) एवं आलोक कुमार (सदस्य)‚ डॉ. सोनल सिंह‚ एमडी‚ एमपीएच‚ एफएसीपी यूएसए‚ एवं श्रीमती मनीषा पाठक‚ सॉफ्टवेयर इंजीनियर‚ बे एरिया‚ सिलिकन वैली‚ यूएसए ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस कार्यक्रम में जुडकर अपने विचारों को रखा।कार्यक्रम की शुरुआत में बिहार फाउंडेशन के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी रविशंकर प्रसाद ने कार्यक्रम में उपस्थित बिहार फाउंडेशन के चैप्टर के अध्यक्ष/सचिव एवं प्रवासी बिहारी दानकर्ताओं का स्वागत किया तथा सभी चैप्टर के अध्यक्ष/सचिव एवं प्रवासी बिहारी दानकर्ताओं द्वारा बिहार राज्य के हितार्थ किये गए कायोंर् से अवगत कराया। कार्यक्रम के अंत में फाउंडेशन के विशेष कार्य पदाधिकारी सुशील कुमार ने उपर वर्चुअल माध्यम से जुडे सभी अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया॥।