आखिर‚ पंजाब कांग्रेस में काफी समय से चली आ रही खींचतान का पटाक्षेप शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के साथ हो गया। कैप्टन ने विधानसभा का कार्यकाल पूरा होने से छह महीने पहले हाईकमान के आदेश पर राज्यपाल बीएल पुरोहित को अपना इस्तीफा सौंपा। तत्पश्चात कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई‚ जिसमें विधायक दल का नया नेता चुनने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को सौंपने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया। रविवार शाम चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री पद के लिए नियुक्त किया गया। बहरहाल‚ पंजाब ही नहीं‚ बल्कि कांग्रेस–शासित अन्य राज्यों में जिस प्रकार के बागी और बगावती तेवर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ही नहीं‚ बल्कि जमीनी स्तर के नेता तक दिखाते हैं‚ उससे लगता है कि कांग्रेस अपने कुनबे को एकजुट नहीं रख पा रही। जिस तरह वरिष्ठ और जमीनी आधार वाले नेताओं के लिए पार्टी के भीतर बेचैनी पैदा कर दी जाती है‚ उससे लगता है कि हाईकमान या तो गफलत में पड़़ी है‚ या असहज स्थितियां बनाने वालों को शह दे रहा है। पार्टी मजबूत जमीनी आधार वाले नेताओं को बाहर कर देने के हालात बना देती है और यह कोई आज की बात नहीं है। इंदिरा गांधी के जमाने में उत्तर प्रदेश से आने वाले दिग्गज कांग्रेस नेता हेमवती नंदन बहुगुणा ने एक बार कहा था कि‚ ‘इंदिरा जी नेताओं के साथ वैसा सुलूक करती हैं‚ जैसे कोई पौधा रोपे और शाम को यह देखे कि कहीं जड़़ तो नहीं पकड़़ रहा।’ ऐसे में भला जमीनी नेताओं की कहां चल पाएगीॽ पार्टी जड़़हीन नेताओं का जमावड़़ा भर रह जाए‚ कांग्रेस का शायद अघोषित एजेंड़ा है। यह उपक्रम सफल रहता था तो इसलिए कि इंदिरा जी स्वयं करिश्माई नेता थीं। वोट उनके नाम पर पड़़ते थे‚ लेकिन कांग्रेस मुगालते में न रहे। अब उसके पास वैसा करिश्माई नेतृत्व नहीं है। ऐसे में पार्टी अपने अनुभवी‚ कर्मठ युवा‚ सुलझे और सबको साथलेकर चलने का जज्बा रखने वाले नेताओं को सहेज कर नहीं रखेगी तो केंद्र की सत्ता पर उसका वनवास निश्चित ही लंबा होने वाला है। पंजाब में निकट भविष्य में असेंबली चुनाव होने हैं‚ और अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस के पुनः सत्ता में लौटने की संभावना को सिरे से खारिज नहीं किया जा सकता था‚ लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने अपना रवैया नहीं बदला है और सिंह से इस्तीफा मांग कर न केवल अपरिपक्वता का परिचय दिया है‚ बल्कि कहा सकता है कि अपने पैरों पर कुल्हाड़़ी मार ली है।
देशभर में आज दशहरे का उत्सव, राजनाथ ने दार्जिलिंग में शस्त्र पूजा की
विजयदशमी के मौके पर देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शस्त्र पूजना किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पश्चिम...