बिहार में पंचायत चुनाव के समीप आते ही तरह-तरह की सामने आने लगी हैं. नया मामला RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव से जुड़ा है. तेजस्वी यादवस द्वारा गोपालगंज के बैकुंठपुर में महिलाओं को पैसा बांटने का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में तेजस्वी यादव महिलाओं को 500-500 और किसी को 1 हजार रुपये बांटते दिख रहे हैं. पूछे जाने पर बता रहे हैं कि वह लालू यादव के बेटे हैं. सोशल मीडिया में फोटो वायरल होने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. लोगों का दावा है कि तेजस्वी यादव गुरुवार को बैकुंठपुर के रेवतीथ हाई स्कूल मैदान में एक जनसभा को संबोधित करने आए थे. बता दें कि बिहार में पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ ही आदर्श आचार संहिता भी लागू है. इस दौरान मतदाताओं को किसी भी तरह से प्रभावित करना या उन्हें प्रलोभन देना आचार संहिता के उल्लंघन की श्रेणी में आता है.
आज माननीय नेता प्रतिपक्ष श्री @yadavtejashwi जी @RJDforIndia के बैकुंठपुर से माननीय विधायक श्री @PremShankerYa12 जी के पैतृक गांव में ग्रामीण महिलाओं से मिले और आशीर्वाद प्राप्त किया। pic.twitter.com/fezSXYKP1Q
— युवा राजद (@yuva_rajad) September 9, 2021
जनसभा को संबोधित करने से पहले वह स्थानीय विधायक प्रेम शंकर यादव के गांव बांस घाट मसूरिया जा रहे थे. दावा किया जा रहा है कि वहीं जाने के दौरान उन्होंने गाड़ी रोक कर सड़क किनारे खड़ी कुछ महिलाओं को पैसे दिए. तेजस्वी यादव उनके हाथों में 500-500 के नोट थमाते दिख रहे हैं. इसके साथ ही आवाज आ रही थी कि यह लालू यादव के पुत्र तेजस्वी यादव हैं. इस वीडियो को अब सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है. दरअसल, गुरुवार को तेजस्वी यादव बैकुंठपुर आए थे. यहां पर राजद विधायक प्रेम शंकर यादव के दिवंगत पिता देवदत्त राय की 10वीं पुण्यतिथि थी. उनकी मूर्ति पर माल्यार्पण करने के बाद तेजस्वी विधायक के गांव बांस घाट मसूरिया जा रहे थे. इसी दौरान उनके द्वारा पैसा बांटा गया.
इस मामले में राजद विधायक प्रेमशंकर यादव ने कहा कि उन्हें ऐसे वायरल वीडियो की जानकारी नहीं है, लेकिन अगर तेजस्वी यादव द्वारा पैसा बांटा भी गया है तो उसमें गलत कुछ भी नहीं है. राजद दलितों, गरीबों और शोषितों की पार्टी है. तेजस्वी यादव ने गरीबों की मदद की नीयत से यह पैसा बांटा होगा. वहीं, राजद के प्रदेश महासचिव और पूर्व विधायक रियाजुल हक राजू ने कहा कि तेजस्वी यादव हमेशा गरीबों की बात करते हैं. उन्होंने अपनी दरियादिली दिखाई है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक जांच के बाद ही पता चल पाएगा कि पैसा बांटने का वजह क्या थी, क्योंकि वर्तमान में पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश भर में अचार संहिता लगा हुआ है.