बिहार में लगातार बढ रहे आपराधिक मामलों को लेकर लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जमुई सांसद चिराग पासवान ने प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात करते हुए कहा कि बिहार में नित्य रोज नये अपहरण‚ हत्या‚ रंगदारी एवं लूटपाट की घटनाओं में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है जो कि चिंता का विषय है। दलितों एवं जनप्रतिनिधियों की हत्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है साथ ही अगामी पंचायत चुनाव को लेकर जनप्रतिनिधिओं को भी टारगेट कर हत्या की जा रही है। हाल के दिनों में लोजपा आदिवासी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व प्रत्याशी अनिल उरव की हत्या‚ अपहरण करके कर दी गई। कटिहार नगर निगम के मेयर सह दलित नेता शिवराज पासवान की हत्या कर दी गयी। पूर्व में भी कटिहार जिले के दलित मेयर भरत भुषण पासवान की भी हत्या हुई थी। लोजपा प्रवक्ता चंदन सिंह ने बताया कि ज्ञापन में लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने लिखा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा दलितों की हत्या होने पर पीडित परिवारों में से एक आश्रित को नौकरी देने की घोषणा की गई थी जो अभी तक प्रदेश में लागू नही हुआ है। बिहार के दलित‚ महादलित अपने को ठगा जैसा महसूस कर रहे हैं। अतः राज्यपाल से निवेदन है कि बिहार सरकार को निर्देशित कर दलित की हत्या के पश्चात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की घोषणा के अनुरूप पीडित परिवारों के आश्रित को सरकारी नौकरी देने की सुनिश्चित की जाये। प्रतिनिधि मंडल में लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व विधायक राजू तिवारी‚ प्रधान महासचिव संजय पासवान‚ बिहार संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हुलास पाण्डेय‚ संगठन मंत्री संजय सिंह‚ इन्दू कश्यप मौजूद थे।
आशीर्वाद यात्रा प्राथमिकता
सांसद चिराग पासवान ने कहा कि राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद मेरे पिता और नेता रामविलास पासवान के सहयोगी और साथी रहे हैं। दोनों की मित्रता लम्बे समय तक अच्छी रही है। चिराग ने कहा की लालू और रामविलास पासवान ने एक साथ काम किया है। ऐसे में उनका प्रोत्साहित करने वाला बयान प्रसन्न करने वाला है। चिराग और तेजस्वी के साथ आने पर उन्होंने कहा की मैं उनकी भावना का सम्मान करता हूं लेकिन आज की तारीख में मेरी प्राथमिकता आशीर्वाद यात्रा है। मेरा पूरा ध्यान अभी इस यात्रा है। ये जो अपार जनसमर्थन मिल रहा है। बडी जिम्मेदारी मेरी कंधे पर है। जो महिलाएं और युवा आशीर्वाद यात्रा में आ रहे है। इसलिए उनकी समस्या दूर करना जरुरी है।