भगवानपुर प्रखंड के गुड़िया चमन गांव में स्विच गेट के पास बांध टूट जाने से कई गांवों में बाया नदी से कटाव का खतरा पैदा हो गया है. बाढ़ की आशंका से गांववालों पर पलायन का संकट मंडराने लगा हैं. ग्रामीणों की गुहार के बावजूद अभी तक जल संसाधन विभाग या जिला प्रशासन का कोई पदाधिकारी नहीं पहुंचा है. पूर्व जिला पार्षद केदार प्रसाद यादव ने स्विच गेट के पास टूटे हुए बांध के अविलंब मरम्मत कार्य करने की मांग की है. फिलहाल, ग्रामीणों ने खुद प्रयास कर कटाव पर तत्काल काबू पाया है, लेकिन पूरे गांव में प्रशासन की उदासीनता को लेकर आक्रोश है. ग्रामीणों ने जिला प्रशासन को 2020 में भी बाया नदी के कटाव की आशंका को देखते हुए बांध मरम्मत करने को लेकर गुहार लगाई थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. आलम यह है कि कई गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
बता देंं कि नेपाल की बारिश ने एक बार फिर बिहार के मुजफ्फपुर, दरभंगा समेत कई जिलों के लोगों की चिंता बढ़ा दी है. नेपाल में बारिश होने के कारण कोसी नदी से ज्यादा पानी बिहार में आने लगा है. दोबारा बाढ़ आने की आशंका को लेकर पीड़ित अपने सामान सहित बांधों पर डटे हैं. वैसे बुधवार को मुजफ्फरपुर जिले की बूढ़ी गंडक, गंडक व बागमती तीनों प्रमुख नदियों के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई.
कटौझा में बागमती व रेवाघाट में गंडक के जलस्तर में भी गिरावट आयी लेकिन बागमती की पुरानी धारा से मीनापुर, बोचहां व गायघाट में लोगों की परेशानी बरकरार है. लोग अब भी दहशत में हैं कि यदि बागमती के जलस्तर में फिर बढ़ोत्तरी हुई तो संकट और बढ़ेगा. हालांकि बुधवार को बूढ़ी गंडक भी लाल निशान के नीचे आ गई थी, लेकिन नेपाल में हो रही बारिश ने लोगों को फिर बाढ़ की चिंता सताने लगी है.
बाढ़ के पानी की वजह से दरभंगा एयरपोर्ट पर बाढ़ का खतरा बढ़ा हुआ है. हवाई अड्डा परिसर के चारों तरफ बाढ़ का पानी लगा हुआ है जिसकी वजह से समस्या और बढ़ी रहती है. बारिश के पानी की वजह से एयरपोर्ट के अंदर रनवे के अगल बगल भी काफ़ी पानी जमा रहता है. इसकी वजह से पक्षी आते रहते है जिससे जहाज से पक्षी के टकराने का खतरा बना रहता है.
बता दें कि इसी को देखते हुए जल संसाधन मंत्री संजय झा दरभंगा एयरपोर्ट पहुंचे और अधिकारियों के साथ ही एयरफोर्स के अधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने समस्या के निदान के लिए जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए. इस मौक़े पर दरभंगा के DM भी मौजूद थे.