केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि विपक्ष के वरिष्ठ नेता तथा NCP अध्यक्ष शरद पवार ने कृषि कानूों को लेकर बयान दिया है। कृषि मंत्री ने बताया “शरद पवार ने कृषि क़ानूनों पर कहा है कि सभी क़ानून बदले जाने की आवश्यकता नहीं है। जिन बिंदुओं पर आपत्ति है उनपर विचार करके उन्हें बदला जाना चाहिए।” कृषि मंत्री के इस बयान से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि शरद पवार कृषि कानूनों के मुद्दे पर सरकार का साथ दे रहे हैं।
They (farmers) are agitating for the past 6 months. There is a deadlock between the Centre and farmers. Hence they are still sitting there. Centre should have a dialogue with them. It should take lead in this: NCP Chief Sharad Pawar pic.twitter.com/6ewF4NHJqP
— ANI (@ANI) July 1, 2021
गुरुवार को शरद पवार ने कहा था कि किसान 6 महीने से आंदोलन कर रहे हैं और किसानों तथा केंद्र सरकार के बीच डेडलॉक हो चुका है, और वे अभी भी वहीं बैठे हुए हैं। शरद पवार ने कहा था कि केंद्र सरकार को किसानों के साथ बात करनी चाहिए। शरद पवार के इस बयान पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि वे शरद पवार के इस रुख का समर्थन करते हैं और सरकार इससे सहमत है कि किसी भी मुद्दे का हलबातचीत से होना चाहिए।
#WATCH | Agri Minister NS Tomar welcomes the stand of NCP chief Sharad Pawar on the farm laws that they shouldn’t be rejected but problematic portions can be amended. He says that this has been the Govt’s stand & Govt has been having a dialogue with farmers with this mindset only pic.twitter.com/HCJoqe4kQv
— ANI (@ANI) July 2, 2021
शरद पवार भी UPA सरकार के समय कृषि मंत्री रह चुके हैं और मौजूदा मोदी सरकार जो नए किसान कानून लेकर आई है ठीक वैसे ही कानून उस समय की यूपीए सरकार भी बनाना चाहती थी, उस समय कांग्रेस की तरफ से भी ठीक इसी तरह के कानून बनाए जाने की बात कही गई थी। लेकिन पिछले साल जब मोदी सरकार नए किसान कानून लेकर आई तो विपक्षी दलों ने उनका विरोध करना शुरू कर दिया।