जन अधिकार पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव (Pappu Yadav) को लेकर बिहार में राजनीति तेज हो गई है. शनिवार को पप्पू यादव को बेहतर इलाज के लिए पटना ले जाने की बात आई तो उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ता और समर्थक इसके विरोध में दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) पहुंच गए. पप्पू यादव को पटना भेजने के लिए अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस मंगवाया था. इस दौरान सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस की गाड़ी भी वहां पहुंच गई. इस दौरान जाप के कार्यकर्ता अस्पताल प्रशासन के इस कदम का लगातार विरोध करते रहे. आखिर में पप्पू यादव ने भी पटना नहीं जाने बात को रखते हुए फिलहाल दरभंगा में ही इलाज करवाने की बात कही.
डीएमसीएच में इलाजरत पप्पू यादव को शनिवार को अस्पताल के मेडिसिन विभाग से निकाल कर MRI और सिटी स्कैन के लिए ले जाये जाना लगा तो उनके समर्थकों की भीड़ वहां उमड़ पड़ी. पप्पू यादव को एंबुलेंस से जांच घर ले जाया गया जहां उनके सभी जरूरी टेस्ट किये गए.
‘पटना में जान का खतरा, इलाज के लिए मुझे दिल्ली भेजा जाए’
पप्पू यादव ने अस्पताल प्रशासन को पत्र लिखकर कहा है कि अगर जरूरत पड़े तो पटना के बजाय उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली भेजा जाए. पटना में उन्हें जान का खतरा है. इसके अलावा, पप्पू यादव ने एक भावनात्मक वीडियो संदेश में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बिहार के विकास और नवनिर्माण के लिए नायक की भूमिका निभाने की अपील की. साथ ही कहा कि वो उनके भाई समान हैं, कोई दुश्मन नहीं. वो तो सरकार का ही काम कर रहे थे, सरकार की आलोचना कर उनकी आंख खोल रहे थे कि आखिर उनके राज में यह क्या हो रहा है. पप्पू ने कहा कि हम थे तो सरकारी अस्पताल और निजी अस्पतालों की लचर व्यवस्था से पर्दा उठ रहा था. लेकिन अब कोई यह काम नहीं कर रहा है. मुझे कोरोना पॉजिटिव कर कुछ नहीं मिलेगा, हम समाज के अंतिम व्यक्ति तक के लिए काम करेंगे.
वहीं, दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (DMCH) के अधीक्षक मणिभूषण शर्मा ने बताया कि फिलहाल पप्पू यादव का इलाज दरभंगा में ही होगा. अब इस पर मेडिकल बोर्ड 24 से 48 घंटे के बाद फिर से निर्णय लेगी कि उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना भेजना है या दरभंगा में ही इलाज होगा. हालांकि उन्होंने यह जरूर कहा कि पप्पू यादव को कुछ जांच की जरूरत है जिसकी सुविधा DMCH में नहीं है इस वजह से उन्हें IGMS पटना भेजने की बात कही गई. उन्हें वहां तुरंत भेजने की आवश्यकता नहीं है. फिलहाल पप्पू यादव को आराम की जरूरत है ऐसे में उन्हें यहां से ले जाना उचित नहीं समझ गया इसलिए फिलहाल पटना जाने की बात नहीं है.