र्व सांसद व जाप प्रमुख पप्पू यादव को मधेपुरा कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। प्रभारी न्यायिक दंडाधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सुनवाई की। उन्होंने पूर्व सांसद को रिमांड टू जेल का आदेश देते हुए न्यायिक हिरासत में वीरपुर (सुपौल) जेल भेजने को कहा। अब प्रशासन उन्हें बीरपुर जेल भेजने की तैयारी कर रहा है। मधेपुरा पुलिस ने मंगलवार को ही ही पप्पू यादव को 32 वर्ष पुराने अपहरण के केस में पप्पू यादव को पटना से अरेस्ट किया था। पुलिस उन्हें लेकर मंगलवार देर रात 11 बजे के करीब मधेपुरा कोर्ट पहुंची थी। इस दौरान पटना से मधेपुरा के पूरे रास्ते पप्पू यादव के समर्थक उनके पुलिस के काफिले के साथ जुड़ते गए। मधेपुरा पहुंचते -पहुंचते यह काफिला 30 से अधिक गाड़ियों का हो गया था। मधेपुरा कोर्ट के बाहर भी पप्पू यादव के समर्थकों की भीड़ जमा हो गई थी।
टना के गांधी मैदान थाना से अरेस्ट हुए पप्पू
पटना आई मधेपुरा पुलिस ने पप्पू यादव को आज गांधी मैदान थाना से अरेस्ट किया था। पप्पू को आज सुबह ही पटना पुलिस कोरोना गाइडलाइन तोड़ने के आरोप में अरेस्ट कर गांधी मैदान थाना लाई थी। शाम तक मधेपुरा पुलिस की टीम वहां पहुंची और कागजी कार्रवाई पूरी की। इसके बाद शाम 6 बजे के करीब मधेपुरा पुलिस पप्पू यादव को लेकर निकल गई।
हाजीपुर में पुलिस की गाड़ी पर चढ़े पप्पू समर्थक
पप्पू यादव को लेकर पटना से निकली मधेपुरा पुलिस को वैशाली में थोड़े विरोध का भी सामना करना पड़ा। हाजीपुर में NH पर पप्पू के समर्थक पहले से ही जमे हुए थे। पुलिस का काफिला आते देख सभी बीच सड़क पर खड़े हो गए। समर्थकों ने सड़क पर बैरिकेडिंग भी कर दी थी। कुछ उस गाड़ी पर चढ़ गए जिसमें पप्पू यादव बैठे गए। हालांकि काफिले के साथ चल रहे सुरक्षाकर्मियों ने पप्पू के समर्थकों को तुरंत ही हटा दिया। इस दौरान एक समर्थक ने मीडिया से कहा कि जिस सरकार को हमने अपने सेवा के लिए चुना है, वही सरकार ऐसे आदमी को गिरफ्तार करा रही है, जो वक्त पर हमारी मदद कर रहा है।
दरसल सोमवार की सुबह पप्पू यादव पीएमसीएच स्थित कोरोना वार्ड़ में मरीजों का हालचाल लेने पहुंचे थे। इसी मामले में पीरबहोर थाने में केस दर्ज किया गया। मंदिरी स्थित आवास से पप्पू यादव को पटना पुलिस की टीम गिरफ्तार कर वहां से गांधी मैदान थाने ले गई। पीरबहोर थाने में दर्ज मामले में उन्हें बांड़ भरवाकर जमानत दे दी गई। फिर भी पप्पू यादव को गांधी मैदान थाने में बैठाकर रखा गया। इस संबंध में गांधी मैदान थानेदार का कहना है कि जैसे ही सोशल मीडि़या पर पप्पू यादव की गिरफ्तारी की खबर चलने लगी तो मधेपुरा की पुलिस ने उनलोगों से संपर्क किया। मधेपुरा के कुमारखंड़ थाने में उनके खिलाफ दर्ज एक मामले में कोर्ट से वारंट निर्गत है जिसमें वे लोग वहां से पप्पू यादव को गिरफ्तार कर मधेपुरा लाएंगे। जैसे ही पप्पू की गिरफ्तारी की खबर उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं व नेताओं को लगी‚ वे लोग गांधी मैदान थाने पहंुच गए और पुलिस प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। फिर पप्पू यादव और उनके समर्थकों को बताया गया कि उनकी गिरफ्तारी मधेपुरा जिले के कुमारखंड़ थाने में ३२ साल पूर्व दर्ज एक मामले में की गई है जिसमें उनके खिलाफ मधेपुरा कोर्ट से पिछले २२ मार्च को गिरफ्तारी वारंट जारी किया हुआ है। इस बाबत मधेपुरा के उदाकिशुनगंज एसड़ीपीओ के नेतृत्व में पुलिस की टीम पप्पू यादव को पटना के गांधी मैदान थाने से गिरफ्तार कर अपने साथ वहां ले गई ।
गौरतलब है कि पिछले दिनों छपरा में भी पप्पू यादव पर कोरोना गाइड़लाइन के उल्लंघन और सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के आवास के अंदर छुपाकर रखे गए दर्जनों एम्बुलेंस को क्षतिग्रस्त करने को लेकर मामला दर्ज किया गया था। पूर्व सांसद और जाप प्रमुख पप्पू यादव को मंगलवार सुबह पटना स्थित उनके आवास से पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी किस मामले में की गयी यह शाम तक पुलिस रहस्य के घेरे में रखे रही। उनकी गिरफ्तारी के बाद उनके समर्थकों ने थाने में खूब हंगामा किया और उन्हें रिहा करने की मांग की। पूरे दिन यह कयास लगाया जाता रहा कि उन्हें कोविड़ कानून उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किया गया है वहीं कुछ लोग यह भी कहते मिले कि उन्हें मधेपुरा के मामले में गिरफ्तार किया गया है। बताया जाता है कि मंगलवार की सुबह पूर्व सांसद पप्पू यादव पीएमसीएच गए थे। वहां से लौटने के बाद अपने घर पर आम लोगों से मिल ही रहे थे कि पुलिस का एक दल उनके घर आ पहुंचा। शुरू में तो उन्हें हाउस अरेस्ट करने की बात कही गई लेकिन बाद में उन्हें गांधी मैदान थाने चलने को कहा गया। पप्पू यादव इसके बाद उन पुलिसकर्मियों के साथ थाने गए यहां उन्हें घंटों बैठाकर रखा गया। घटना की सूचना मिलते ही उनके समर्थकों ने हंगामा किया और नारेबाजी की‚ धरना पर भी बैठे और मुख्यमंत्री का पुतला दहन भी किया।
दरअसल जब सुबह में पटना स्थित आवास से पप्पू यादव की गिरफ्तारी हुई तो लॉकड़ाउन के उल्लंघन समेत अन्य मामलों में गिरफ्तारी के कयास लगाए जा रहे थे लेकिन इसके बाद जब पूरे मामले का पटाक्षेप हुआ तो वह मधेपुरा से जुड़े एक केस का निकला। वहीं‚ दूसरे पक्ष का कहना है कि पप्पू यादव सुबह के समय पीएमसीएच के कोविड़ वार्ड़ में गए थे जबकि ऐसा नहीं करना है। वे लगातार बगैर पास के घूम रहे थे। उनका दूसरे जिलों में भी आना–जाना जारी था। दूसरी ओर‚ जन अधिकार पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव के खिलाफ मधेपुरा के कुमारखंड़ थाना कांड़ संख्या ९/८९ दर्ज था जिसको लेकर कोर्ट ने वारंट जारी किया है। ये समन मार्च २२ को २०२१ में न्यायालय द्वारा जारी किया गया था। कुमारखंड़ थानाध्यक्ष ने इसकी पुष्टि की है । उनको पटना से मधेपुरा ले जाया गया। छह महीने पूर्व सुप्रीम कोर्ट का आदेश था जितने भी पुराने मामले में अपराधी फरार हैं उन सब की गिरफ्तारी सुनिश्चित किया जाए। पूर्व सांसद पप्पू यादव ९/८९ की एक हत्या के उद्ेश्य से किए गए अपहरण के केस में गिरफ्तार हुए हैं।