बिहार के ताजा हालात देखते हुए सत्ताधारी BJP के नेता केंद्र की BJP सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं। डॉक्टर, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर… सबकी मांग की जा रही है। लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अभी तक सिर्फ आश्वासन ही मिल पा रहा है। बिहटा के ESIC अस्पताल के लिए सेना के डॉक्टर मांगे चार दिन बीत गए। पहले स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने केंद्र से रिक्वेस्ट की। चार दिन बाद अब खुद केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मदद की गुहार लगाई है। प्रसाद ने इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से बिहार के लिए लिक्विड ऑक्सीजन की भी मांग की है। बिहार के पूर्व डिप्टी CM व अब राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने रसायन व उर्वरक मंत्री मनसुख भाई मावडिया से रेमडेसिविर की मांग की है।
पहले बात ESIC के लिए सेना के डॉक्टर्स की मांग की
14 अप्रैल को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने कहा था कि बिहटा के ESIC हॉस्पिटल में कोरोना स्पेशल अस्पताल चलाने के लिए सेना से 50 डॉक्टर की रिक्वेस्ट की गई है। असल में पिछले साल अगस्त में जब बिहार में कोरोना के मामले बढ़े थे तो सेना की मदद से यहां 500 बेड का अस्पताल शुरू किया गया था। यही वजह है कि 14 अप्रैल को बिहार में जब 4786 केस मिले तो स्वास्थ्य विभाग ने फिर सेना की मदद मांगी। लेकिन 4 दिन बाद भी सेना की तरफ से डॉक्टर नहीं मिल सके हैं। लिहाजा अब बिहार से आनेवाले केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने खुद मोर्चा संभालते हुए रक्षा मंत्री से फोन पर बात कर मदद की गुहार लगाई है।
स्टील प्लांट से लिक्विड ऑक्सीजन देने की लगाई गुहार
पटना के विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की डिमांड कई गुणा बढ़ गई है। सरकार के तमाम दावों के बावजूद अस्पतालों से मरीजों को ऑक्सीजन की कमी के कारण जबरन घर भेजा जा रहा है। इससे सरकार की जबरदस्त किरकिरी होती देख केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने केंद्रीय इस्पात मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान से मदद मांगी है। प्रसाद ने बोकारो स्टील प्लांट से पटना को अतिरिक्त मात्रा में लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की मांग की है। टाटा समूह से भी जमशेदपुर प्लांट से लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की गुजारिश की गई है।
लिक्विड से आसान है ऑक्सीजन उत्पादन
ऑक्सीजन का उत्पाद दो तरीके होता है। पहला सीधा हवा के माध्यम से और दूसरा लिक्विड ऑक्सीजन के माध्यम से। बड़े स्टील प्लांट में औद्योगिक जरूरत के लिए लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन किया जाता है। इससे मेडिकल ऑक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन कई गुना तथा कम से कम समय में किया जा सकता है।
मोदी ने रेमडेसिविर के लिए उर्वरक मंत्री से की बात
राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने भी रेमडेसिविर इंजेक्शन की डिमांड देखते हुए इसका कोटा बिहार के लिए बढ़ाए जाने की मांग की है। इसके लिए उन्होंने रसायन व उर्वरक मंत्री मनसुख भाई मावडिया से बात की है। मोदी के अनुसार बिहार में शनिवार को रेमडेसिविर के मात्र 400 वायल की आपूर्ति की गई थी। रविवार को आपूर्ति शून्य रही, जबकि बातचीत के बाद सोमवार की देर रात तक बिहार को दो हजार वायल की आपूर्ति की संभावना है।