बिहार पर एक बार फिर से कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा मंडराने लगा है. सरकार ने इस महामारी को ध्यान में रखते हुए एहतियात के तौर पर पहले से ही सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है. इस कड़ी में राज्य में होली पर्व को लेकर आयोजित होने वाले सामूहिक होली मिलन समारोह पर रोक लगा दी गई है.
दरअसल, सोमवार को बिहार में कोरोना महामारी के फिर से आ रहे मामलों को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक हुई. राज्य के मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में निर्णय लिया गया कि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप को देखकर इस बार सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन समारोह नहीं होगा. इसको लेकर सरकार की तरफ से सभी जिलों के डीएम और एसपी को स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.
मुख्य सचिव ने सभी जिलों के डीएम, सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि वो सार्वजनिक स्थलों पर होली मिलन समारोह की अनुमति नहीं देंगे. होली प्रदेश का सबसे बड़ा पर्व है और यही कारण है कि इस पर्व में बिहार से बाहर रहने वाले लोग बड़ी तादाद में प्रदेश आते हैं लेकिन कोरोना के बढ़ते खतरे को लेकर सरकार कुछ अहम फैसले भी ले सकती है, ऐसा माना जा रहा है.
स्वास्थ्य विभाग ने भी सभी जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि महाराष्ट्र, केरल और पंजाब समेत अन्य राज्यों से आने वाले यात्रियों की कोरोना जांच करायी जाए. सभी एयरपोर्ट पर इन तीनों राज्यों से आने वाले यात्रियों की अनिवार्य रूप से जांच की जाए. बुधवार से बिहार में यह व्यवस्था लागू करायी जाएगी. इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों, यातायात साधनों में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन और मास्क के इस्तेमाल से जुड़े निर्देशों का पालन कराने का भी निर्देश सरकार की तरफ से फिर से जारी कर दिया गया है.
दिल्ली तक पहुंचा कोरोना का नया खतरा, दक्षिण अफ्रीकी वैरिएंट का मिला पहला मरीज
भारत में कोरोना वायरस का खतरा धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. महाराष्ट्र और पंजाब के बाद अब कोरोना के मामले दिल्ली में भी बढ़ने लगे हैं. दिल्ली में कोरोना के दक्षिण अफ्रीका वेरिएंट का पहला मरीज मिला है. इसने कोरोना को लेकर चिंता और बढ़ा दी है. 33 साल के इस व्यक्ति में नया वैरिएंट मिलने के बाद लोक नायक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. बताया जा रहा है कि पूरे देश में ऐसे कम से कम चार मामले मौजूद हैं. इसके अलावा भी भारत (India) में अन्य जगहों पर पाए गए स्ट्रेन मिल चुके हैं. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में दक्षिण अफ्रीका में पाए गए वैरिएंट का पहला मरीज मिला है.
रिपोर्ट के मुताबिक लोकनायक अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि संक्रमित केरल से है. उन्होंने कहा ‘वो 9 दिन पहले साउथ अफ्रीका से लौटने पर पॉजिटिव पाया गया था और उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया था.’ उन्होंने जानकारी दी ‘आज हमें रिपोर्ट्स मिली हैं, जो इस बात की पुष्टि करती हैं कि वो साउथ अफ्रीका के वैरिएंट से संक्रमित है.’
एसिम्प्टोमैटिक है मरीज
जानकारी के मुताबिक मरीज एसिम्प्टोमैटिक है. हालांकि, संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सावधानी के तौर पर व्यक्ति को आइसोलेशन में रखा गया है. डॉक्टर ने बताया ‘हमने उसे आइसोलेट करने के लिए विशेष वार्ड बनाया है, ताकि कोविड-19 के यूके वैरिएंट या असल स्ट्रेन से जूझ रहे मरीज आपस में मिल न जाएं.’ दुनियाभर में SARS-CoV-2 के वैरिएंट्स फैल रहे हैं. एक महीने पहले तक इस वैरिएंट से जुड़ा एक भी मामला भारत में नहीं आया था. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने बीते महीने ऐसे चार मामलों की पुष्टि की थी. होली फैमिली हॉस्पिटल में क्रिटिकल केयर के वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर सुमित रे बताते हैं ‘नए वैरिएंट्स का फैलना चिंताजनक है. कोई स्टडी यह नहीं बताती कि नए वैरिएंट्स ज्यादा घातक हैं, इनमें से कुछ ज्यादा संक्रामक हैं.’
कोरोना वायरस के मामलों ने एक बार फिर रफ्तार पकड़ ली है. वैक्सीनेशन की रफ्तार तेज करने के बाद भी मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. कई शहरों में लॉकडाउन भी लगाया जा चुका है वहीं कुछ जगहों पर नाइट कर्फ्यू भी लगा है. महाराष्ट्र में हालात इस कदर खराब हो रहे हैं कि कई और शहरों में लॉकडाउन लगाया जा सकता है. पंजाब के आठ जिलों में भी नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. राज्य और जिला प्रशासन कड़े नियम लागू कर रहे हैं और वैक्सीनेशन को तेज करने की जरूरत पता लगने लगी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में कोरोना की स्थिति और हालात से निपटने को लेकर चर्चा की जाएगी.
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामला आए सामने
देश में पिछले कुछ हफ्तों में सबसे ज्यादा हालात महाराष्ट्र में बिगड़ रहे हैं. पिछले एक सप्ताह में कोरोना के देशभर में जितने भी मामले सामने आए हैं उनमें से 61 फीसद मामले महाराष्ट्र के ही हैं. सोमवार को देश में कोरोना के 24,458 मामले सामने आए जो रविवार को मिले 26,386 मरीजों से कुछ कम रहा. आमतौर पर सोमवार को नए मामलों की संख्या में गिरावट देखी जाती है जो इस सोमवार नहीं हुआ. पिछले हफ्ते सोमवार को इस हफ्ते से 9000 कम केस सामने आए थे.
पंजाब में 10वीं, 12वीं कक्षा की परीक्षा
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने सोमवार को राज्य में बढ़ते कोविड-19 मामलों के मद्देनजर 10वीं और 12वीं कक्षा की अंतिम परीक्षाओं को एक महीने के लिए टालने की घोषणा की. पीएसईबी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, 10वीं कक्षा की परीक्षाएं अब नौ अप्रैल के बजाय चार मई से शुरू होंगी. 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 20 अप्रैल से शुरू होंगी, जो पहले 22 मार्च से शुरू होनी थीं. 10वीं और 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 24 मई को समाप्त होंगी. पीएसईबी नियंत्रक (परीक्षा) जनक राज के अनुसार, कक्षा 10 और 12 की तीन घंटे की परीक्षा क्रमशः 10 बजे और दोपहर दो बजे शुरू होगी.