बिहार सरकार के आज पेश हुए बजट में JDU और BJP के बीच की खाई बढ़कर करीब 54497 करोड़ रुपयों की हो गई है। यह अंतर दोनों पार्टियों के पास मौजूद विभागों को मिले कुल बजट का है। बीते वित्तीय वर्ष में यह अंतर करीब 42085 करोड़ रुपयों का था। JDU के पास मौजूद विभागों को इस बजट में कुल 111251.74 करोड़ रुपए मिले हैं। यह पिछले वर्ष से 6826.98 करोड़ रुपए ज्यादा है। BJP के पास मौजूद विभागों को 56754.35 करोड़ रुपए मिले हैं। यह पिछले वर्ष से 5584.7 करोड़ रुपए कम है।
BJP के पास मौजूद 21 विभागों में से 10 के बजट में इस बार कटौती की गई है। कुल कटौती पिछली बार के मुकाबले 5584.7 करोड़ रुपयों की है। सबसे अधिक घाटे में खुद डिप्टी CM व वित्त मंत्री तार किशोर प्रसाद का विभाग है। वित्त विभाग के बजट में ही पिछली बार की अपेक्षा 4111 करोड़ रुपयों की कटौती हो गई है। विभाग को इस वित्तीय वर्ष में 1100.80 करोड़ रुपए मिले हैं जबकि पिछले वित्तीय वर्ष में इस विभाग को 5211.66 करोड़ रुपए मिले थे।
JDU के पास कैबिनेट में 20 विभाग हैं। इनमें 6 विभागों में कटौती की गई है। इसके बावजूद JDU के पास बड़े विभाग हैं, जिनका बजट भी बड़ा है। BJP के पास मौजूद 4 सबसे बड़े विभागों (स्वास्थ्य, पंचायती राज, नगर विकास और पथ निर्माण) का कुल बजट (36380.53 करोड़) JDU के पास मौजूद शिक्षा (38035.93 करोड़) से भी कम है। BJP के पास मौजूद विभागों में स्वास्थ्य का बजट सबसे ज्यादा (13262.87 करोड़) है, यह भी कुल बजट आवंटन के लिहाज से चौथे नंबर पर है। पहले तीन स्थानों पर JDU के पास मौजूद तीन बड़े विभाग (शिक्षा, ग्रामीण विकास और गृह) हैं। JDU के विभागों का कुल बजट आवंटन 111251.74 करोड़ रुपए है, जबकि BJP के विभागों का कुल बजट आवंटन 56754.35 करोड़ रुपए ही है।