बिहार में छठी से आठवीं तक के सभी सरकारी और निजी स्कूल सोमवार से खुल गये है । कक्षावार सिर्फ 50 फीसदी विद्यार्थी ही स्कूल बुलाए गये । गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित एसओपी का पालन स्कूलों को करना है। शिक्षकों की उपस्थिति सौ फीसदी रहेगी। स्कूलों को परिसर में साफ-सफाई, डिजिटल थर्मामीटर, सेनेटाइजर, साबुन आदि की व्यवस्था करनी है। छात्रों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए टास्क टीम का गठन करने को कहा गया है।
339 दिन बाद बिहार के स्कूलों में छठी से आठवीं तक की कक्षाएं सोमवार से शुरू हो गईं हैं। 8 हजार सरकारी और 25 हजार प्राइवेट स्कूलों में छठी से ऊपर की पढ़ाई शुरू हुई है। महीनों बाद सुबह 9:30 में मिडिल स्कूलों में क्लास की घंटी बजी। पहले दिन स्कूलों में ज्यादा चहल-पहल नहीं दिख रही है। किसी भी क्लास में 50 प्रतिशत ही उपस्थिति रहेगी, शेष 50 प्रतिशत हाजिरी दूसरे दिन रहेगी। इससे पहले आठवीं से ऊपर तक के स्कूल खुले थे। पहले दिन पटना में स्कूल तो खुले, लेकिन उपस्थिति ज्यादा नहीं दिख रही है। छात्रों को अपने अभिभावकों से सहमति पत्र लिखवा कर लाना है। सोमवार को कई छात्र बगैर सहपति पत्र के आ गए। उन्हें इंट्री नहीं दी गई। जो अभिभावक साथ पहुंचे थे, उन्होंने स्कूल के बाहर सहमति पत्र भरा। पटना के बेली रोड स्थित शेखपुरा मध्य विद्यालय में पुलिस का कैम्प लगा हुआ है। यहां छात्र-छात्राएं पहुंचे, लेकिन समस्या थी कि वे बैठे कहां। शिक्षिका अलका सिन्हा ने बताया कि बच्चे तो आए हैं, लेकिन उनको बैठाने की समस्या है। आज उन्हें चावल देकर छोड़ दिया जाएगा। इस स्कूल से कई बच्चों को लौटते हुए देखा गया।
छठी से आठवीं तक के स्कूल खोलने को लेकर शिक्षा विभाग ने गाइडलाइन जारी की है। किसी भी कार्य दिवस पर किसी भी कक्षा में कुल क्षमता की 50 प्रतिशत से अधिक उपस्थिति नहीं होगी। फैकल्टी शिक्षक पूरी क्षमता के साथ उपस्थित रहेंगे। सभी सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों को दो मास्क का वितरण जीविका के माध्यम से किया जाएगा। सभी स्टूडेंट, उनके अभिभावक या माता-पिता से उनकी स्वास्थ्य संबंधी स्थिति व यात्रा से संबंधित स्व घोषणापत्र लिया जाएगा। यानी हाल के दिनों में इनमें से किसी ने भी कोई यात्रा की है तो उसकी पूरी जानकारी स्कूल प्रबंधन को देनी होगी।
सरकारी स्कूलों में 30 लाख बच्चों की पढ़ाई शुरू
बिहार में तकरीबन 8,000 सरकारी माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल हैं, जिनमें पढ़ने वाले छात्रों की संख्या 36 लाख से ज्यादा है। 4 जनवरी से 18 लाख छात्रों को स्कूल जाने की इजाजत मिल चुकी है,आज से खुले मिडिल स्कूलों के बाद 12 लाख और छात्रों का इसमें इजाफा हो गया है। इस तरह कुल 30 लाख बच्चों की पढ़ाई शुरू हो गई है। बिहार के 25 हजार प्राइवेट स्कूलों में भी छठी क्लास के बच्चे आज क्लास करने पहुंचे हैं।
ज्ञात हो कि कोरोना के कारण 14 मार्च 2020 से ही कक्षाएं बंद हैं। इससे पहले चार जनवरी को नौंवी से 12वीं तक की कक्षाएं शुरू की गयी थीं। इसके लगभग एक महीने बाद अब आठ फरवरी से छठी से आठवीं तक की कक्षाएं संचालित होंगी।