राजधानी पटना में जनवरी महीने हुई रूपेश सिंह की हत्या की एक घटना ने पूरे बिहार को हिला कर रख दिया था. हालात ऐसे हो गए थे कि बिहार की नई नवेली नीतीश सरकार के शासन की तुलना जंगलराज से होने लगी थी लेकिन जब 22 दिन बाद इस हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा करने का दावा किया तो हाई प्रोफाइल मर्डर का ये मामला रोडरेज से जुड़ा निकला.
इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा किया और आरोपियों में से एक को गिरफ्तार किया जो मूल रूप से बाइक चोर है. पटना के एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने बताया कि जब पुलिस की टीम इस केस को सुलझाने बैठी तो कई बार लगा कि ये मामला या तो हाई प्रोफाइल है या फिर ऐसा जिसकी कोई कल्पना नहीं कर सकता.
रोडरेज की घटना के लगभग दो महीने बाद चार दोस्तों ने मिलकर रूपेश को उनके घर के पास ही मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गए. पुलिस ने इस घटना में जिस एक आरोपी को पकड़ा है वो काफी अच्छे घर का है और उसने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. आरोपी ऋतुराज के पिता ईंट भट्ठा के मालिक हैं और उसके घर की माली हातल भी ठीक है. आरोपी ने कबूल किया है कि रूपेश की एमजे हेक्टर गाड़ी के साथ एयरपोर्ट रोड में हुई रोडरेजड की घटना के कारण उसकी हत्या कर दी.
पटना में रूपेश की हत्या करने से पहले शूटर्स ने काफी दिनों तक रेकी भी की थी और चार बार प्रयास किया था लेकिन मर्डर करने में सफलता पांचवे बार में मिली. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने अगले दिन का अखबार पढ़ा तो उसे पता चला कि उसने कितने बड़े चेहरे को मौत के घाट उतार दिया है. पटना एसएसपी के मुताबिक राजस्थान से पढ़ाई कर चुका ऋतुराज गाड़ियों का शौकीन है और यही कारण है कि वो बाइक चोरी करने लगा. पुलिस ने उसके पास से घटना में प्रयुक्त बाइक, हथियार सहित अन्य सबूत बरामद किया है.
पुलिस के मुताबिक हत्या में शामिल अन्य तीन आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द कर ली जाएगी और उनकी सरगर्मी से तलाश है. मालूम हो कि जनवरी महीने में पटना एयरपोर्ट के इंडिगो के मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की उनके अपार्टमेंट के पास ही उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. पटना में हुई हत्या की इस वारदात ने पूरे प्रदेश को हिलाकर रख दिया था. इस केस की जांच के दौरान एसआईटी, सीआईडी समेत बिहार पुलिस की अलग-अलग टीमों ने 200 से भी अधिक लोगों से पूछताछ की थी.
घटना के करीब 22 दिन बाद पटना के एसएसपी ने इस मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करते हुए बताया कि रूपेश सिंह की हत्या रोडरेज के कारण हुई थी. एसएसपी उपेंद्र शर्मा के मुताबिक पटना के रहने वाले चार अपराधियों ने ही मिलकर इस घटना को अंजाम दिया था. पुलिस ने लंबे अनुसंधान के बाद घटना को अंजाम देने वाले एक आरोपी को पटना से ही गिरफ्तार किया है.
पुलिस को उसके पास से घटना में प्रयुक्त हथियार, गोली, बाइक के अलावा अन्य सामान भी मिले हैं. रूपेश हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी का नाम रितु राज है जो मूल रूप से धनरूआ का रहने वाला है और उसका ननिहाल जहानाबाद का घोसी है. पुलिस के मुताबिक रोडरेज की घटना में ही चार लोगों की संख्या में रहे बाइक सवार अपराधियों ने इस घटना को अंजाम दिया था.
घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी लगातार लोकेशन बदल रहे थे जिसमें से एक रांची से आने के बाद पुलिस द्वारा पकड़ा गया. घटना को अंजाम देने के बाद ऋतुराज रांची भाग गया था. पुलिस ने काफी सतर्कता से इस मामले की अनुसंधान की जिसके बाद हाई प्रोफाइल दिख रहा है यह मामला रोडरेज में तब्दील हो गया.
पटना एसएसपी ने बताया कि पुलिस की टीम ने इस घटना को सुलझाने के लिए 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरे के फुटेज निकाले और 600 जीबी डाटा का अध्ययन किया जिसके बाद पुलिस को मामला सुलझा सुलझा दिखा. इस हत्याकांड में पकड़ा गया आरोपी बाइक चोरी जैसी घटनाओं को अंजाम देता रहा है.
पटना एसएसपी के मुताबिक हत्यारों ने रूपेश सिंह की हत्या के लिए पहले भी चार बार प्रयास किए थे लेकिन वह सफल नहीं हो पाए थे. हत्या की घटना को अंजाम देने वाले ऋतुराज ने कबूल किया है कि उसे पता नहीं था कि उसने जिस व्यक्ति की हत्या की है वह इतना हाई प्रोफाइल है.