नीतीश सरकार का मंत्रिमंड़ल विस्तार जनवरी महीने में नहीं हो पाया‚ किंतु इस बीच जदयू व भाजपा दोनों सहयोगी पार्टियों ने अपने अपने संगठन को धार देना शुरू कर दिया। प्रदेश स्तर से लेकर बूथ स्तर पर दोनों दलों द्वारा संगठन को और धारदार बनाने की प्रक्रिया चल रही है। भाजपा ने जहां राजगीर में वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया‚ मंत्रणा की और जिला स्तर से लेकर मंड़ल तक प्रशिक्षण शिविर आयोजन करने की रणनीति तैयार की‚ वहीं जदयू ने प्रदेश के सभी जिलों में नए जिलाध्यक्षों की तैनाती कर संगठन में नया जोश भरना शुरू कर दिया है। हालिया विधानसभा चुनाव में तीसरे नंबर पर आने के बाद जदयू नए तेवर में दिख रहा है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में १६ नवम्बर २०२० को नयी एनड़ीए सरकार का गठन हुआ था। ढøाई महीने से अधिक बीत गया पर मंत्रिमंड़ल विस्तार किसी न किसी कारणवश नहीं हो सका है। फिलहाल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत १४ मंत्री कार्यभार संभाले हुए हैं। सीएम नीतीश कुमार के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता तारकिशोर प्रसाद‚ रेणु देवी‚ मंगल पांडेय‚ अमरेंद्र प्रताप सिंह‚ रामप्रीत पासवान‚ जीवेश कुमार एवं रामसूरत कुमार तथा जदयू के विजय कुमार चौधरी‚ बिजेंद्र प्रसाद यादव‚ अशोक चौधरी और शीला कुमार‚ हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संतोष कुमार सुमन‚ विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के मुकेश सहनी मंत्री हैं। राज्य मंत्रिपरिषद में अधिकतम ३६ मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में अभी २२ नए मंत्री बनाए जाने का स्कोप है। एक यह बात भी सामने आ रही है कि आर्थिक संकट के बीच नए मंत्री न बनाकर प्रदेश व देश के करोड़़ो रूपये भी बच रहे हैं। पिछले महीने मंत्रिमंड़ल विस्तार के एक प्रश्न के जवाब में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि इस संदर्भ में भाजपा की तरफ से कोई प्रस्ताव नहीं आया है। किंतु जानकारी के मुताबिक भाजपा ने अपने संभावित मंत्रियों की सूची तैयार कर ली है। केन्द्रीय नेतृत्व की सूची पर मुहर भी लग गया है। उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने भी कहा है कि भाजपा की सूची तैयार हो गई है। उधर‚ भाजपा व जदयू दोनों पार्टियां अपने संगठन को धार में जुटी हुई हैं। ४ फरवरी से मंड़लों में भाजपा का प्रशिक्षण शिविर शुरू हो जाएगा। जिलास्तरीय प्रशिक्षण शिविर समाप्त हो चुका है। बिहार के ११०० मंडलों में आगामी ४ से १४ फरवरी के बीच प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया जाएगा। मंडलों का प्रशिक्षण शिविर दो दिवसीय होगा‚ जिसमें कई महत्वपूर्ण विषय का संचालन किया जाएगा। अभी के क्षेत्रीय वर्गों में जो महत्वपूर्ण विषय है‚ पार्टी के इतिहास विकास कार्य पद्धति सिद्धांत भूमिका २०१४ के बाद भारत की राजनीति में बदलाव। आत्मनिर्भर बिहार सहित व्यक्तित्व विकास और सोशल मीडिया के उपयोग जैसे कई विषयों पर प्रशिक्षण शिविर में कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। यही विषय मंडल के प्रशिक्षण वर्गों में भी रहेगा।
मुख्य रूप से इन प्रदेश के क्षेत्रीय वर्गों में प्रदेश के सह संगठन महामंत्री शिव नारायण प्रसाद‚ चारों महामंत्री डाक्टर संजीव चौरसिया‚ जनक चमार‚ सुशील चौधरी‚ देवेश कुमार‚ वही प्रदेश के उपाध्यक्ष राधा मोहन शर्मा‚ मिथिलेश तिवारी‚ राजेश वर्मा‚ राजीव रंजन‚ नीतीश मिश्रा‚ डा. राजेंद्र गुप्ता‚ प्रमोद चंद्रवंशी‚ प्रदेश कोषाध्यक्ष दिलीप जयसवाल तथा प्रदेश के प्रशिक्षण प्रभारी मृत्युंजय झा मुख्य रूप से विभिन्न विषयों को रखेंगे । प्रदेश स्तर पर विशेष रुप से इन प्रशिक्षण वर्गों की मॉनिटरिंग करने की व्यापक व्यवस्था है। पिछले २८ जनवरी से भारतीय जनता पार्टी क्षेत्रीय प्रशिक्षण १३ क्षेत्रों में आयोजित हुआ।