महात्मा गांधी के शहादत दिवस के मौके पर ३० जनवरी को किसान आंदोलन के पक्ष में सीपीआई(एम) सहित तमाम महागठबंधन दलों की ओर से आयोजित मानव श्रृंखला को सफल बनाने के लिए छात्र‚ युवा‚ ट्रेड यूनियन‚ कर्मचारी‚ लेखक सांस्कृतिक मोर्चा समेत अन्य जनसंगठनों की बैठक रविवार को आयोजित की गई। बैठक में दिल्ली बॉर्डर पर शहीद किसानों को श्रद्धांजलि दी गई। लोगों को संबोधित करते हुए सीपीआई(एम) के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने कहा कि भाजपा पूरे देश को कॉरपोरेट के हाथों में बेच देना चाहती है। इसी कडी में सरकार ने किसान विरोधी तीन कृषि कानूनों को लाया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन के शुरुआती दौर में कहा था कि हमें इस आपदा को अवसर के रूप में इस्तेमाल करना है। ठीक उसी प्रकार उन्होंने कोरोना वायरस‚ लॉकडाउन की आड में श्रम कानून में बदलाव किए और तमाम सार्वजनिक संपत्तियों को बेचने का काम शुरू किया। इससे यह साफ है कि यह सरकार पूरी तरह किसान–मजदूर और जनविरोधी सरकार है। उन्होंने आम जनता से ३० जनवरी को होने वाली मानव श्रृंखला को ऐतिहासिक बनाने का अपील की। बैठक में सीटू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह‚ अध्यक्ष दीपक भट्टाचार्य‚ डीवाईएफआई के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवंशी‚ जलेस के महासचिव विनिताभ‚ घमंडी राम‚ सांस्कृतिक मोर्चा के राज्य अध्यक्ष अशोक कुमार मिश्र‚ एसएफआई के नेता कुमार निशांत‚ खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष देवेंद्र चौरसिया‚ मजदूर नेता बी प्रसाद ‚ जेपी दीक्षित‚ शशिकांत राय‚ मिथिलेश कुमार‚ संजय चटर्जी‚ मनोज चौधरी‚ अर्णव सहित अन्य तमाम जनसंगठनों के पदाधिकारी बैठक में मौजूद थे।
नीतीश कैबिनेट की बैठक में आज हो सकते है बड़े फैसले , कैथल के बजाय नीतीश आज पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती में लेंगे भाग …….
बिहार में आज सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में कैबिनेट की बैठक है। जिसमें कई बड़े फैसलों पर मुहर के...