कोरोना काल की दिक्कतों और नई चुनौतियों के बीच भारत के प्रीमियर डिफेंस शो एयरो इंडिया 2021 की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। बेंगलुरू के एलहंका फोर्स स्टेशन में एयरो इंडिया का आयोजन 3 से 5 फरवरी के बीच किया जाएगा। हर 2 साल में एक बार आयोजित होने वाला ये इंटरनेशनल शो 5 दिन का होता है लेकिन कोरोना संक्रमण के हालातों के चलते इस बार इसे सिर्फ 3 दिन का रखा गया है और आम लोगों की एंट्री को भी सीमित कर दिया गया है।
इस शो में दुनिया भर की डिफेंस, एविएशन, सिविल एविएशन और उनसे जुड़े उत्पाद और उपकरण बनाने वाली कई कंपनियां हिस्सा लेती हैं। हालांकि कोविड-19 के चलते इस बार विदेशी कम्पनियों की भागीदारी कम रहने वाली है। अभी तक इस शो के लिए 78 विदेशी कम्पनियों और 463 देशी कंपनियों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है। इस बार का एयरो शो हाइब्रिड होगा क्योंकि इस बार ये शो फिजिकल भी होगा और वर्चुअल भी होगा। इस बार लगभग 105 कंपनियां वर्चुअल प्लेटफार्म के जरिये इस शो से जुड़ने वाली हैं।
स्वेदशी विमान दिखाएंगे ताकत
इस बार के एयरो शो में विदेशी कम्पनियों की भागीदारी कम होने की वजह से भारत की रक्षा कंपनियों के उत्पाद आत्मनिर्भर भारत की झलक बिखेरते नज़र आयेंगे। स्वदेशी हल्का लड़ाकू विमान तेजस इस बार आसमान में गरज कर दुश्मन देशों को अपनी ताकत दिखायेगा तो वहीं भारतीय वायु सेना के बेड़े में शामिल राफेल भी हिंदुस्तान की आसमानी ताकत का परिचय देते नजर आएंगे। 3 फरवरी को उद्घाटन के दिन भारतीय सेना के साथ साथ लड़ाकू जहाज बनाने वाली कम्पनी HAL के कुल 41 विमान एक शानदार एयर डिस्प्ले के साथ भारत की जंगी तैयारी की एक बानगी दिखाएंगे।
एलहंका एयर फोर्स स्टेशन के एयर कमांडिंग ऑफिसर शैलेन्द्र सूद ने बताया कि इस बार ट्रेनर एयरक्राफ्ट सूर्यकिरण और दुनिया की बेस्ट हेलीकॉप्टर एयर डिस्प्ले टीम सारंग का संयुक्त एयर डिस्प्ले एयरो शो का सबसे खास आकर्षण होगा।
योगी सरकार के डिफेंस कॉरिडोर पर होगी सबकी नजर!
उत्तर प्रदेश सरकार का डिफेंस कॉरिडोर भी इस एयरो शो की खासियत होगी। डिफेंस एक्सो की अपार सफलता के बाद योगी सरकार रक्षा क्षेत्र में UP की भागीदारी को मजबूत करने प्रदर्शन स्थल पर डिफेंस कॉरिडोर पवेलियन लगाने जा रही है। रक्षा कंपनियों के रेड कार्पेट वेलकम के लिए UP की योगी सरकार ने भी बड़ी तैयारी की है। एरो इंडिया 2021 में उत्तर प्रदेश डिफेंस कॉरिडोर का बड़ा पवेलियन भी लगने वाला है। यहां कई विदेशी रक्षा कम्पनियां अपनी यूनिट्स लगाएंगी। उत्तर प्रदेश सरकार को उम्मीद है कि इस डिफेंस कॉरिडोर की मदद से कई रक्षा कम्पनियां उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित होंगी।
तेजस और राफेल लगाएंगे चार चांद
इस प्रीमियर इंटनेशनल शो में विदेशी लड़ाकू विमान और रक्षा उपकरण सबसे बड़ा आकर्षण होते हैं। इस बार भी कई विदेशी कम्पनियां अपनी अपडेटेड डिफेंस टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन करेंगी लेकिन भारतीय वायु सेना का हिस्सा बन रहे स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस और राफेल एयरो शो में चार चांद लगाएंगे, सूर्य किरण और सारंग के कंबाइंड एयर डिस्प्ले के साथ साथ चिनुक और अपाचे भी डिसप्ले में शामिल होंगे। जहां 42 जहाज एयर डिस्प्ले का हिस्सा होंगे वहीं 63 जहाज जिसमें तेजस और राफेल के साथ साथ सुखोई और कुछ अन्य विदेशी लड़ाकू विमान भी शामिल हैं। ये स्टेटिक डिस्प्ले का हिस्सा बनेंगे।
कोविड निगेटिव होने पर ही मिलेगी एंट्री
3 फरवरी को उद्घाटन के दिन सुबह 9 से 12 बजे तक एक एयर डिस्प्ले होगा जबकि बाकी बचे दो दिन सुबह 10 से 12 और दोपहर 2 से 5 बजे तक 2 बार एयर डिस्प्ले किया जाएगा। कोरोना के खतरे के चलते इस बार एयरो शो को लेकर काफी सावधानी बरती जा रही है, एक्जीबिशन एरिया में सिर्फ 15 हज़ार लोगों को अनुमति दी गयी है जबकि डिस्प्ले एरिया में सिर्फ 3000 लोगो को ही एंट्री मिलेगी। एयरो शो में हिस्सा लेने वाले लोगों के लिए RT-PCR टेस्ट अनिवार्य है जो भी एयरो शो में भाग लेगा उसे कोविड-19 नेगेटिव सर्टिफिकेट दिखाना होगा उसके बाद ही उसे एयरो शो परिसर में जाने की इजाजत मिलेगी।
3 टियर सुरक्षा का इंतेजाम
सुरक्षा के मद्देनजर किसी भी अप्रत्याशित घटना से बचने के लिए 3 टियर सुरक्षा दी जाएगी। कर्नाटक पुलिस और एयर फोर्स के अलावा CISF की स्पेशल टीम को भी वेन्यू की सुरक्षा में लगाया जाएगा। किसी भी तरह के हवाई या जमीनी हमले से बचने के लिये सारी तैयारी कर ली गई है। साल 2019 के एयरो शो में पार्किंग एरिया में आग लगने से सैंकड़ों गाड़ियां जलकर राख हो गईं थीं। इस बार ज़ीरो ग्रास प्लान बनाया गया है। पूरे इलाके से सूखी घास को हटा दिया गया है ताकि आगजनी की ऐसी घटना को दुबारा होने से रोका जा सके।