पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर प्रयासरत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पक्षियों के साथ दुर्व्यवहार न किए जाने की अपील करते हुए शनिवार को कहा कि पृथ्वी पर मनुष्य के साथ पशु–पक्षी सहित अन्य सभी जीवों का भी अधिकार है। नीतीश ने आज यहां नागी–नकटी पक्षी आश्रयनी में बिहार के प्रथम पक्षी महोत्सव ‘कलरव’ का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पृथ्वी पर मनुष्य के साथ पशु–पक्षी सहित अन्य सभी जीवों का भी अधिकार है। पक्षियों के बारे में लोग विस्तारपूर्वक जानेंगे तो उनका पक्षियों से और अधिक लगाव बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि पक्षियों के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना चाहिये। इस आयोजन से नई पीढ़ी को काफी जानकारी मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथ्वी के साथ–साथ पर्यावरण की रक्षा करना सबका दायित्व है। यहां की तरह ही राज्य में चार–पांच ऐसी जगहें हैं‚ जहां इस तरह का काम आगामी वर्षों में किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उन्हें जिज्ञासा थी यहां आकर देखने और जानने की। उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लगा। आज के इस महोत्सव का उदेश्य पशु–पक्षियों की सुरक्षा के संबंध में संदेश देना भी है। नीतीश ने इससे पूर्व जनसभा में नई पीढ़ी से आह्वान करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। जल–जीवन–हरियाली अभियान के माध्यम से भी वृक्षारोपण का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। झारखंड से अलग होने के बाद बिहार में हरित आवरण मात्र नौ प्रतिशत रह गया था। सरकार ने वर्ष २०१२ से ही सघन वृक्षारोपण करना प्रारंभ किया‚ जिसका परिणाम है कि आज बिहार का हरित आवरण बढ़कर १५ प्रतिशत हो गया है। जल का संरक्षण और हरियाली बढ़ाने के लिये वर्ष २०१९ से जल–जीवन–हरियाली अभियान की शुरुआत की गई है। इससे जल और पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में काफी जागृति आई है। इस अभियान को लेकर १९ जनवरी २०२० को पूरे बिहार में पांच करोड़ १६ लाख से अधिक लोगां ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर १८ हजार किलोमीटर से भी लंबी मानव श्रृंखला बनाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि जल और हरियाली है तभी जीवन सुरक्षित है‚ वह चाहे मनुष्य का जीवन हो या पशु–पक्षी का। हरियाली को और अधिक बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है। इस तरह के आयोजन से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा‚ साथ ही पर्यावरण के प्रति नई पीढ़ी में जागृति आयेगी और उनका ज्ञानवर्द्धन भी होगा। इससे पृथ्वी भी संरक्षित होगी। उन्होंने यहां घूमकर पक्षियों को देखने और उनको सुरक्षित रखने का संकल्प लेने का आह्वान किया कि यहां के पर्वतों को देखकर उन्हें काफी खुशी हुई है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि महावीर वाटिका जैव विविधता उद्यान में कई तरह के पौधे लगाये गये हैं। यह काफी सुंदर वाटिका है। लोग यहां आकर इन सब पौधों के बारे में जानेंगे और इस उद्यान में प्राकृतिक छटा का आनंद उठा सकेंगे। उन्होंने कहा कि महावीर कुंड का और विस्तार करें ताकि इसमें बरसात का पानी अधिक से अधिक संरक्षित किया जा सके। नीतीश ने कहा कि विस्तार के बाद महावीर कुंड और बेहतर एवं सुंदर दिखेगा। इसमें पक्षियों के लिए भी आश्रय की व्यवस्था करें। पर्यटकों के लिए यहां एक कैंटीन की भी व्यवस्था करें। इस उद्यान में सुबह से शाम तक ही लोगों के घूमने की व्यवस्था रखें‚ रात में परिभ्रमण न हो इसका ख्याल रखें। उन्होंने मियावाकी मॉडल के तहत लगाये गये पौधों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस वाटिका के एक खंड में पंचवटी भी लगायें।
यहां के पहाड़ दो करोड़ से लेकर १० करोड़ साल तक पुराने हैं इसलिये यह पौराणिक और ऐतिहासिक जगह है। नई पीढ़ी को इसके बारे में जानना चाहिये। नीतीश ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन हर वर्ष करना चाहिये ताकि लोग प्रेरित हो सकें। उन्होंने कहा कि यहां काफी संख्या में प्रवासी पक्षी आए हुए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि एक स्थान से लगातार १३ दिनों तक उड़ते हुए पक्षी दूसरे स्थान तक पहुंचते हैं और जब उन्हें वहां अच्छा लगता है तब वे प्रतिवर्ष वहां प्रवास करने को पहुंचते हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने शिलाप^ का अनावरण कर पक्षी संचेतना केन्द्र का उद्घाटन किया। उन्होंने पक्षी संचेतना केन्द्र में लगी फोटो गैलरी का भी अवलोकन किया। पक्षी संचेतना केन्द्र में लगी इंट्रैक्टिव टच कियोस्क‚ मैजिक बॉक्स‚ डिजिटल फिलीप बुक के बारे में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी। जनसभा को उप मुख्यमंत्री सह पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री तारकिशोर प्रसाद‚ जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी तथा पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के प्रधान सचिव दीपक कुमार सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर विधायक दामोदर राउत‚ प्रफुल्ल कुमार मांझी एवं मेवालाल चौधरी‚ मुंगेर प्रमंडल के आयुक्त वंदना किन्नी‚ मुख्य वन प्रतिपालक प्रभात कुमार गुप्ता‚ मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह‚ उप महानिरीक्षक शफीउल हक‚ जमुई के जिलाधिकारी अवनीश कुमार सिंह‚ पुलिस अधिक्षक प्रमोद कुमार मंडल‚ मुख्य वन संरक्षक सुरेन्द्र सिंह‚ वन प्रमंडल पदाधिकारी सत्यजीत कुमार‚ बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसायटी के प्रतिनिधि‚ पक्षी विशेषज्ञ सहित अन्य पदाधिकारी‚ गणमान्य व्यक्ति एवं आमजन उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने इसके बाद चकाई प्रखंड के महावीर वाटिका जैव विविधता उद्यान‚ माधोपुर का परिभ्रमण किया।