राजधानी में जिस समय 9 डिग्री तापमान था, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुस्सा सातवें आसमान पर था। नीतीश गरम थे हत्या-दर-हत्या के सवाल पर घिरकर। शुक्रवार को R ब्लॉक-दीघा अटल पथ के उद्घाटन के बाद नीतीश ने अपराध को लेकर मीडिया के रवैए पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि पुलिस को डिमोरलाइज नहीं कीजिए। इसी दौरान मीडिया के सवाल पर वह इतने गरम हो गए कि पत्रकारों से ही पूछने लगे कि आपको मालूम है तो बताइए कि किसका मर्डर किसने किया है? बात बढ़ी तो मुख्यमंत्री 2005 के पहले का जमाना याद कराने लगे कि उस समय क्या था, कितना अपराध होता था?
बिहार में नई नीतीश सरकार को बने लगभग दो महीने हो के अंदर इस वक्त अपराध चरम पर है. अपराधी बेखौफ होकर लूट और हत्याएं जैसी बड़ी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. अपराधियों में कानून का बिल्कुल भी खौफ नहीं हैं. हाल ही में पटना में मर्डर की एक बड़ी घटना घटित हुई है. लेकिन बिहार में बढ़ते अपराध पर जब सूबे के मुखिया से सवाल पूछा गया तो वह जवाब देने के बजाय पत्रकारों पर भड़क उठे. नीतीश कुमार ने कहा कि पुलिस लगी हुई है, पुलिस वालों को डिमोरलाइज मत कीजिए.
R ब्लॉक-दीघा रोड के शुभारंभ के दौरान मीडिया ने राज्य में गिरती कानून व्यवस्था पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेर लिया। पत्रकारों के सवाल पर मुख्यमंत्री जवाब देने के बजाए गरम हो गये। सीधे पत्रकारों को नसीहत दे दी कि हम पर आरोप लगाने से पहले एक बार 2005 याद कर लीजिए। राजधानी पटना में इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्या मामले में सवाल पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी दोषी होंगे, उन पर कार्रवई होगी। पूरा पुलिस विभाग इस पर लगा हुआ है। इसका स्पीडी ट्रायल किया जा रहा है, ताकि दोषियों पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने जब कहा कि DGP ने मुझे आश्वस्त किया है कि इस मामले में IG से लेकर SP तक लगे हुए हैं, तो पत्रकारों ने उन्हें इस पर जमकर घेरा। पत्रकारों ने कहा कि आपके DGP तो फोन ही नहीं उठाते हैं। आप सभी पत्रकारों के सामने DGP को फोन लगाइए और देखिए कि वे फोन उठाते हैं कि नहीं।
बिहार के मुख्यमंत्री ने पटना में आज दीघा-आर ब्लॉक सिक्स लेन सड़क का उद्घाटन किया. इस दौरान बिहार में अपराध को लेकर पत्रकारों के सवालों पर नीतीश कुमार बिफर गए. सड़क के लोकार्पण स्थल पर ही मुख्यमंत्री बेचैन दिखे. पत्रकारों के सवाल पर नीतीश कुमार ने कहा, ‘अपराध पर जो कार्रवाई हो रही है, उसे मत भूलिए. जो हत्या हुई वो दुखद है. पुलिस लगी हुई है. पुलिस वालों को डिमोरलाइज नहीं कीजिए. हम लोग पुलिसवालों पर भी करवाई करते हैं. कहीं किसी की हत्या हो, ऐसी घटना करने वालों पर कार्रवाई होगी.’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘ये दुखद है कि किसी की हत्या होती है, हत्या का कोई ना कोई कारण होता है और पुलिस उसी की जांच करती है. घटना घटते ही मैंने खुद डीजीपी से पूछा. डीजीपी से बात हुई है. सभी लोग अपराधी को पकड़ने में लगे हैं.’ उन्होंने ये भी बताया गया कि डीजीपी उनके फोन तक नहीं उठाते. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा है, ‘जिस पर उन्होंने डीजीपी से कहा कि एक आदमी रखिये जो आपका फोन उठाए.’ वहीं मुख्यमंत्री ने पिछली राजद सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा, ‘आपने 15 साल की पति पत्नी की भी सरकार देखी है. हमारे सरकार में किसी को नहीं छोड़ेंगे. हत्या के कारण की भी समीक्षा जरूरी है.’
इस तरह से पुलिस को डिमोरलाइज मत कीजिए
मुख्यमंत्री से यह भी पूछा गया कि कानून व्यवस्था पर लगातार बैठक कर रहे हैं, उसका क्या परिणाम निकला। यह भी पूछा गया कि राज्य में बच्ची का रेप कर के जिंदा जला दिया जाता है, इन सवालों पर मुख्यमंत्री भड़क गए, बोले-इस तरह से पुलिस को डिमोरलाइज मत कीजिए।