एक साथ पूरे बिहार में वैक्सीनेशन का ड्राइ रन कुछ ही देर में शुरू होने वाला है। कोविड वैक्सीन आने से पहले की यह अंतिम तैयारी है। केंद्र सरकार के जारी आदेश के बाद प्रदेश के सभी जिलों में एक साथ ड्राई रन कराया जा रहा है।
केंद्र सरकार के आदेश पर पूरे देश में एक साथ वैक्सीन का ड्राई रन कराया गया था। इसमें बिहार के तीन जिलों को चुना गया था, जिसमें पटना के साथ जमुई और बेतिया शामिल था। पटना के फुलवारीशरीफ अस्पताल, दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल और शास्त्री नगर के न्यू PHC में वैक्सीन का ड्राई रन किया गया था। यहां 25-25 हेल्थ वर्करों पर वैक्सीन का डेमो किया गया था। इसी तरह प.चंपारण के बेतिया के पीएचसी, चनपटिया पीएचसी, मझौलिया और बेतिया शहरी अस्पताल में वैक्सीनेशन का डेमो किया गया था। वहीं जमुई के बहु उद्देशीय स्कूल, प्लस टू स्कूल, जमुई और ऑक्सफोर्ड स्कूल में वैक्सीनेशन का ट्रायल किया गया था।
पटना में ड्राई रन के दौरान बड़ी लापरवाही सामने आई थी। ड्राई रन के दौरान जिन्हें मोबाइल पर मैसेज भेजकर बुलाया गया था, वह नहीं आए। इसके बाद अस्पताल ने उन हेल्थ वर्करों को बुला लिया, जो आसपास के सेंटर पर तैनात थीं। नाम बदल कर उनका वैक्सीनेशन डेमो करा दिया गया था।
PMCH के सुपरिटेंडेंट अभी 15 ही दिन पहले कोविड संक्रमण से बाहर आये हैं। कोविड वैक्सीनेशन का ड्राइ रन को शुरू करने के दौरान वे सही से मास्क भी पहने नजर नहीं आये। उन्होंने नाक से नीचे मास्क लगा रखा था। प्राचार्य भी यहां सही से मास्क पहने नहीं नजर आये। जब जिम्मेवार ही लापरवाही बरतेंगे तो औरों का क्या हाल होगा, यह समझा जा सकता है।
जिन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की उम्मीद की जाती हो, जब वे ही लापरवाही बरत रहे तो इसे क्या कहिएगा। PMCH में कोविड वैक्सीनेशन का ड्राइ रन शुरू करने से पहले सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जी उड़ती दिखी।