बिहार में किसे लगेगा कोरोना का पहला टीका और कबतक शुरू होगा टीकाकरण, इसे लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी बात कही है. उन्होंने मंगलवार को संवाददाताओें से बात करते हुए इसकी जानकारी दी है कि कोरोना के टीकाकरण की तैयारी चल रही है और सबसे पहले हेल्थवर्कर्स और 50 साल की आयुवाले लोगों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा. उन्होंने कहा कि टीकाकरण में 4 से 5 महीने का वक्त लग सकता है.
देशभर में जारी कोरोना वैक्सीन की चर्चा के बीच सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार सरकार वैक्सीन को लेकर पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने कहा कि टीकाकरण के लिए हमने पूरा रोडमैप तैयार कर लिया है. अब जल्द ही टीकाकरण शुरू होगा और केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के तहत टीका प्राथमिकता की शर्त पूरा करने वाले लोगों को दिया जाएगा.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, ”हम बिहार में कोरोना टीकाकरण के लिए तैयार हैं. हेल्थकेयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 50 साल से ऊपर के लोगों को टीका प्राथमिकता पर दिया जाएगा. हम केंद्रीय दिशानिर्देश का पालन करेंगे और टीकाकरण का प्रभावी ढंग से संचालन करेंगे.”
लॉकडाउन के समय उपजे विवाद का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार अफवाह फैलायी जा रही है. सोशल मीडिया पर गलत चीजों का प्रचार-प्रसार किया जाता है. जैसा काम किया जाता है ठीक उसका उल्टा सोशल मीडिया पर आपको नजर आता है.
उन्होंने विपक्ष पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि लॉकडाउन के वक्त लोग जहां-तहां से पैदल चलकर बिहार वापस आ रहे थे. उस वक्त लोगों के लिए गाड़ी नहीं भेजने पर भी सवाल खड़ा किया गया था, जबकि सच्चाई यह है कि बिहार ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन का सही से पालन किया और उसी के अनुसार काम किया.
नीतीश कुमार ने कहा कि हमने गाइडलाइन बदलने की बात कही और जब ट्रेन शुरू हुई तो बिहार में 22 लाख लोग वापस आए. उन्होंने कहा कि बिहार में लॉकडाउन के दौरान लौटे हुए सभी लोगों की अच्छी तरह से देखभाल की गई. सरकार ने प्रति व्यक्ति पर 14 दिनों में लगभग 5500 खर्च किए हैं.
जल जीवन हरियाली का जिक्र करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि तालाब और नदियों पर रह रहे गरीबों को विस्थापित करते हुए दूसरी जगह बसाया जाएगा. साथ ही जो लोग गरीब परिवार से हैं, उन्हें विस्थापन के लिए पैसा भी दिया जाएगा. बिहार में इस साल 5 करोड़ नए वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है जो कि एक रिकॉर्ड होगा. साल 2020 में लॉकडाउन के बावजूद भी बिहार में 3 करोड़ 91 लाख 2020 में पौधे लगाए गए. नीतीश कुमार ने दरभंगा का जिक्र करते हुए कहा कि जब वहां का ग्राउंड वाटर नीचे गया तो चौंकाने वाली घटना थी, उसके बाद ही जल जीवन हरियाली कार्यक्रम की शुरुआत हुई थी यही कारण है कि बिहार में हरित आवरण अब 9 से बढ़कर 15% हो गया है. सीएम ने लोगों से पराली नहीं चलाने की भी अपील की.
कोल्ड चेन इक्वीपमेंट का उपयोग किया जाएगा
इससे पहले बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने बताया कि, “राज्य में कोविड जैसी वैश्विक महामारी से निपटने के लिए कोविशील्ड और कोवैक्सीन की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए जिला स्तर तक कोल्ड चेन इक्वीपमेंट का उपयोग किया जाएगा.”
पांडेय ने बताया कि, “कोविड वैक्सीन के रख-रखाव के लिए केंद्र सरकार ने अतिरिक्त संसाधन का आवंटन किया है, जिसमें 539 डीप फ्रीजर, 432 आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर, 8 वॉक कूलर और 2 वॉक फ्रीजर शामिल हैं. इसमें से 423 आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर जिलों को आवंटित कर दिए गए हैं.”