राज्यसभा में तीसरे दिन की कार्यवाही भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गई। डैम सेफ्टी बिल पेश होने के बावजूद उस पर चर्चा नहीं हो सकी। सदन से निलंबित सदस्यों की बहाली की मांग पर बुधवार को भी विपक्ष अड़ा रहा। जबकि सरकार ने माफी मांग लेने और सदन को सुचारू रूप से चलने देने की सलाह दी। दोपहर बाद तीन बजे तक कई बार बाधित होने के बाद सदन को पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया गया।सुबह सदन की बैठक शुरू होने के साथ ही विपक्षी दलों के सदस्यों ने हाथों में प्लेकार्ड दिखाते हुए वेल में आकर शोर शराबा और नारेबाजी शुरू कर दी, जिसे देखते हुए सदन को पहले दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
असंसदीय और अलोकतांत्रिक हरकतें कर रहा है विपक्ष
सभापति एम. वेंकैया नायडू विपक्षी दलों को नसीहतें देते रहे, लेकिन हंगामा कर रहे सदस्यों ने उनकी नहीं सुनी। जबकि सभापति ने निलंबित सदस्यों के अमर्यादित आचरण का विस्तार से एक बार फिर जिक्र किया, जिन्होंने मानसून सत्र के आखिरी दिन सदन में जमकर धमाचौकड़ी की थी। नायडू ने हैरानी जताते हुए कहा कि जिन लोगों को अपने किए पर पछतावा होना चाहिए वे अब भी जिद पर अड़े हुए हैं। यह उचित नहीं है। सदन के वेल में आना, टेबल पर चढ़ना, कागज फेंकना, मंत्री के हाथ से कागज छीनना और चेयर को चुनौती देने जैसी हरकतें असंसदीय और अलोकतांत्रिक हैं। इस पर भी उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है, इस पर हम क्या कर सकते हैं।
राज्यसभा से विपक्ष के 12 सांसदों के निलंबन से पैदा हुआ गतिरोध टूटने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष निलंबन और किसानों की मौत को लेकर दोनों सदनों में लगातार हंगामा कर रहा है। हंगामे के चलते राज्यसभा की कर्यवाही को स्थगित भी करना पड़ा। सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने-अपने रुख पर कायम हैं। विपक्ष अपने अशोभनीय आचरण के लिए माफी मांगने को तैयार नहीं है जबकि सत्ता पक्ष कह रहा है कि जब तक माफी नहीं तब तक निलंबन की वापसी नहीं। विपक्षी सांसद संसद के बाहर और भीतर दोनों ही जगहों पर एकजुट होकर निलंबर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
संसद के विंटर सेशन के चौथे दिन की शुरुआत भी हंगामेदार हुई। राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन को लेकर विपक्षी नेताओं ने राज्यसभा में हंगामा शुरू कर दिया। ये लोग निलंबन वापस लेने की मांग कर रहे हैं। विपक्ष के शोर-शराबे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 12 बजे के बाद राज्यसभा की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई।
राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने सांसदों के निलंबन को आज फिर सही ठहराया। उन्होंने कहा कि सदन का कार्यवाही चलने दी जाए, निलंबन कोई पहली बार नहीं हुआ है। नायडू ने साफ कर दिया कि निलंबित सांसदों के माफी मांगे बिना निलंबन रद्द करने पर विचार भी नहीं किया जाएगा।
लोकसभा में आज कोरोना की स्थिति पर चर्चा
लोकसभा की कार्यवाही जारी है। सदन में कोरोना के मामले पर चर्चा हो रही है। यह चर्चा नियम 193 के तहत हो रही है। शिवेसना सांसद विनायक राउत ने लोकसभा में कोरोना पर चर्चा की शुरुआत की। राउत ने PM केयर्स के तहत मिले वेंटिलेटर्स की क्विलिटी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जो वेंटिलेटर्स दिए गए हैं, उनमें से 60% बेकार पड़े हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया देश में महामारी की स्थिति और नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से निपटने को उठाए गए कदमों की जानकारी देंगे। स्वास्थ्य मंत्री आज लोकसभा में नैशनल इंस्टिट्यूट ऑफ फॉर्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (अमेंडमेंट) बिल, 2021 भी पेश करेंगे।
प्रदर्शनकारी सांसदों के साथ राहुल गांधी
राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के विरोध में विपक्षी नेताओं ने संसद परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान वो काली पट्टी बांधे हुए नजर आए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
नकवी का प्रदर्शनकारी सांसदों पर तंज
केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने विपक्ष के प्रदर्शन को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि गांधी जी की प्रतिमा के नीचे अगर वे धरना दे रहे हैं तो कुछ सद्बुद्धि आ सकती है। आपको संसद की चर्चा, बहस और फैसलों में भागेदारी करनी चाहिए। यही लोकतांत्रिक मर्यादा है।
तमिलनाडु में बाढ़ को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव
कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया जिसमें तमिलनाडु में भारी बारिश और बाढ़ से हुए नुकसान पर चर्चा की मांग की गई है। साथ ही बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 4,626 करोड़ रुपए के बाढ़ राहत पैकेज की घोषणा करने का निर्देश देने की मांग भी रखी गई है।
जाति आधारित जनगणना मामले पर शून्यकाल नोटिस
कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने बढ़ती महंगाई के मुद्दे पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया। कांग्रेस सांसद केसी वेणुगोपाल ने जरूरी वस्तुओं की बढ़ती कीमतों और उच्च मुद्रास्फीति के चलते देश में आम लोगों पर भारी आर्थिक बोझ पर सदन में चर्चा के लिए नियम 267 के तहत कार्य निलंबन नोटिस दिया। वहीं, राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा ने जाति आधारित जनगणना मामले पर शून्यकाल नोटिस दिया है।
अपने कदाचार पर पछतावा नहीं करना चाहते: वेंकैया नायडू
राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा कि इस प्रतिष्ठित सदन के कुछ सम्मानित नेताओं और सदस्यों ने अपने विवेक से 12 सदस्यों के निलंबन को ‘अलोकतांत्रिक’ बताया। आप अपने कदाचार पर पछतावा नहीं करना चाहते हैं, लेकिन सदन के नियमों के तहत निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार इस सदन के निर्णय को रद्द करने पर जोर देते हैं।
राज्यसभा में पेश होगा ‘बांध सुरक्षा विधेयक 2019’
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत आज राज्यसभा में ‘बांध सुरक्षा विधेयक 2019’ पेश करेंगे। विधेयक को कल भी सदन में पेश किया गया था, लेकिन विभिन्न मुद्दों पर विपक्ष द्वारा किए गए हंगामे के कारण इसे पारित नहीं किया जा सका।