कोविड –19 टीकाकरण और जन कल्याणकारी योजनाओं के प्रति आमजनों को जागरूक करने के उद्ेश्य से आज सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय‚ भारत सरकार के रीजनल आउटरीच ब्यूरो (आरओबी)‚ पटना द्वारा राज्य के १८ जिलों के लिए सात जागरूकता रथों को रवाना किया गया। बिहार सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क तथा जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने हरी झंडी दिखा कर इन रथों को रवाना किया। उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सूचना एवं जनसंपर्क तथा जन संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने कहा कि टीकाकरण की दिशा में बिहार ने उल्लेखनीय कार्य किया है। यहां अभी तक कुल ७.५ करोडÃ लोगों का टीकाकरण हुआ है।
उन्होंने कहा कि आज की तारीख तक बिहार में कोविड–१९ के एक्टिव केस मात्र ३८ हैं‚ जो देश भर में सबसे कम है। उन्होंने पूर्वी चंपारण के बनकटवा प्रखंड का उल्लेख करते हुए कहा कि यह प्रखंड १८ साल से ऊपर के लोगों को सौ फीसदी टीकाकरण वाला देश का पहला प्रखंड बन गया है। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार ने बाढ के दौरान कोसी‚ दरभंगा के बाढग्रस्त क्षेत्रों में नाव से जा–जाकर और राहत शिविरों में टीकाकरण किया है। उन्होंने आरओबी के जागरूकता रथ कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि जिन जिलों में अभी भी लोग या तो टीके के प्रति जागरूक नहीं हैं या फिर टीके के प्रति भ्रांतियां हैं‚ इस इस प्रकार के कार्यक्रम दूरगामी साबित होंगे। यह जागरूकता कैंपेन सभी के जीवन से जुडा है। इस स्तर का कैंपेन चलाकर विभाग ने सराहनीय कदम उठाया है। उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत का मुख्य उद्ेश्य लोकल यानी स्थानीय वस्तुओं व उत्पादों पर फोकस करना है। पीआईबी एवं आरओबी के अपर महानिदेशक एसके मालवीय ने कहा कि जागरूकता रथ को मुख्य रूप से अल्पसंख्यक‚ नक्सल प्रभावित‚ सीमावर्ती‚ एस्पीरेशनल जिलों में तथा जहां कम टीकाकरण हुए हैं‚ वहां चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जागरूकता रथों के माध्यम से १८ जिलों में कुल २० दिनों तक लोगों को टीके के दोनों डोज लेने तथा अन्य केंद्रीय योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मंत्रालय के पंजीत सांस्तिक दलों के द्वारा लगभग १४० जगहों पर जागरूकता कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाएगा॥।