भारतीय शेयर बाजार में पिछले हफ्ते शानदार तेजी रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स पिछले हफ्ते 2354 अंक उछला। इसी तरह एनएसई का निफ्टी 50 भी बीते सप्ताह 665 अंक चढ़ गया है। शेयर बाजार में शानदार तेजी से निवेशकों की बंपर कमाई हुई है। सोमवार से नए हफ्ते की शुरुआत होगी। ऐसे में क्या बाजार में तेजी जारी रहेगी या गिरावट देखने को मिलेगी? मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के शोध प्रमुख (संपदा प्रबंधन) सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि हमें उम्मीद है कि बाजार में लगातार तेजी देखने को मिलेगी। इसे संस्थागत प्रवाह में सुधार, अमेरिका-भारत व्यापार समझौते की संभावनाओं से समर्थन मिलेगा। रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्रा ने कहा,घरेलू स्तर पर, IIP और पीएमआई के आंकड़ों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। साथ ही मानसून की प्रगति और एफआईआई की गतिविधियां भी बाजार को दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
इन आंकड़ों पर बाजार की रहेगी नजर
इस सप्ताह शेयर बाजार की दिशा कई अहम आर्थिक संकेतकों और वैश्विक घटनाक्रमों पर निर्भर करेगी। औद्योगिक उत्पादन (IIP), अमेरिकी व्यापार शुल्क से जुड़े घटनाक्रम और अन्य वैश्विक रुझान बाजार की चाल तय करेंगे। इसके अलावा, विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (FPI) और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव भी निवेशकों की निगाह में रहेंगे। बजाज ब्रोकिंग रिसर्च के अनुसार, भारत और अमेरिका दोनों से इस सप्ताह महत्वपूर्ण आर्थिक आंकड़े सामने आएंगे, जो बाजार की धारणा और मौद्रिक नीति के नजरिये को प्रभावित कर सकते हैं। भारत में 30 जून को मई महीने के औद्योगिक उत्पादन (IIP) के आंकड़े जारी होंगे। इसके बाद 1 जुलाई को विनिर्माण PMI, और 3 जुलाई को सेवा क्षेत्र PMI के आंकड़े जारी किए जाएंगे, जिससे उद्योग और सेवा क्षेत्रों में ऑर्डर प्रवाह और मांग की स्थिति का अंदाजा लगेगा।
पिछले सप्ताह, पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक तनाव में कमी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में तेज गिरावट के चलते भारतीय शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखने को मिली थी।
रिजल्ट सीजन के साथ बदलेगी तस्वीर
जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, जैसे-जैसे पहली तिमाही के नतीजों का सीजन करीब आ रहा है, निवेशक कंपनियों के प्रदर्शन को विकास के शुरुआती संकेतक के रूप में देख रहे हैं और इस पर खास ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगामी सप्ताह में अमेरिका के प्रमुख वैश्विक साझेदारों के साथ संभावित व्यापार समझौतों को अंतिम रूप देने की दिशा में हो रहे प्रयासों को लेकर भी बाजार में उत्सुकता बनी हुई है। इसके अलावा, बाजार भागीदार भारत के औद्योगिक उत्पादन (IIP) आंकड़ों के साथ-साथ अमेरिका के नॉन-फार्म पेरोल और बेरोजगारी दर जैसे प्रमुख आर्थिक संकेतकों पर भी पैनी नजर बनाए हुए हैं, ताकि घरेलू और वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार की स्थिति का आकलन किया जा सके। इस बीच, भारतीय शेयर बाजारों में शुक्रवार को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी दर्ज की गई, जिससे निवेशकों की धारणा मजबूत बनी हुई है।