बिहार पुलिस मुख्यालय ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रदेशभर में हाई अलर्ट जारी किया है. नेपाल से सटे बॉर्डर और राज्य के संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी के निर्देश दिए गए हैं.एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने सभी जिलों के एसपी को पत्र भेजकर सुरक्षा व्यवस्था सख्त करने के निर्देश दिए हैं. खासकर नेपाल बॉर्डर, इंटरनेशनल चेक पोस्ट और सीमावर्ती इलाकों में चेकिंग बढ़ाने को कहा गया है. अलर्ट में आईएसआई की संदिग्ध गतिविधियों को लेकर भी चेतावनी दी गई है.
पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि आतंकी संगठन देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर सकते हैं, खासकर राजनीतिक और धार्मिक व्यक्तियों को निशाना बनाकर. इसलिए भीड़भाड़ वाले इलाकों, धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, मॉल, होटलों और एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ाने को कहा गया है. महाबोधि मंदिर (गया), पटना हनुमान मंदिर, पटना जंक्शन, पटना-गया-दरभंगा एयरपोर्ट, एनटीपीसी बाढ़, बरौनी रिफाइनरी, इंडियन ऑयल टर्मिनल सिपारा, गुरु गोविंद सिंह गुरुद्वारा जैसे स्थानों की सुरक्षा बढ़ाने का स्पष्ट निर्देश दिया गया है.
पटना के विधान सभा, विधान परिषद, सचिवालय और हाई कोर्ट जैसे संस्थानों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. साथ ही सभी बड़े होटल, स्कूल, हॉस्पिटल, ऑटो स्टैंड और रेस्तरां में भी सतर्कता बरतने को कहा गया है. पुलिस को सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म्स पर भी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं, खासकर उन वीडियो और कमेंट्स पर जो पहलगाम हमले से जुड़े हो सकते हैं.
राजनीतिक-धार्मिक शख्स को निशाना बनाया जा सकता है
सभी जिलों के एसएसपी/ एसपी भेजे गए अलर्ट में कहा गया है कि आतंकी संगठन देश की आंतरिक सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के लिए राजनीतिक और धार्मिक व्यक्तियों को निशाना बना सकते हैं। पटना में सभी बड़े होटलों की निगरानी और सुरक्षा बढ़ाई जाए।
रेलवे ब्रिज, रोड ब्रिज से लेकर पटना और जिलाें के सभी इंफ्रा स्ट्रक्चर पर निगरानी रखने का निर्देश जारी किया है। रेल-एयरपोर्ट पर सामान की सघन जांच करने काे कहा है। बस स्टैंड पर भी खास नजर रखने को कहा गया है।
पुलिस मुख्यालय ने वीवीआईपी, वीआईपी मूवमेंट के दाैरान विशेष सुरक्षा बरतने की बात कही है।
7 मई को मॉक ड्रिल का आदेश
पाकिस्तान से तनाव के बीच केंद्र सरकार ने कई राज्यों से 7 मई को मॉक ड्रिल करने के लिए कहा है। इसमें नागरिकों को हमले के दौरान खुद को बचाने की ट्रेनिंग दी जाएगी। यह इसलिए किया जा रहा है ताकि युद्ध की स्थिति में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। हालांकि, बिहार में मॉक ड्रिल होगा या नहीं ये अभी कन्फर्म नहीं है।
अलर्ट में विशेष रूप से सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की बात कही गई है और जनता से अपील की गई है कि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें. पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं और हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जा रही है. इंटरनेशनल बॉर्डर पर आवाजाही करने वालों की पहचान की जा रही है. वाहनों की तलाशी ली जा रही है और संदिग्ध लोगों से पूछताछ हो रही है. भीड़भाड़ वाले इलाकों जैसे रेलवे स्टेशन, मॉल, होटल, बस स्टैंड, धार्मिक स्थल और स्कूलों के आसपास गश्त बढ़ा दी गई है. पुलिस ड्रोन और सीसीटीवी की मदद से निगरानी कर रही है.