संसद में बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक, 2025 पेश किया जाएगा. केंद्र सरकार की तरफ से वक्फ बोर्ड की शक्तियों को नियंत्रित करने और संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता लाने के लिए इसे लाया गया है. सरकार और विपक्ष दोनों ने इस मुद्दे पर अपनी कमर कस ली है, जिससे संसद में तीखी बहस और हंगामे की संभावना जताई जा रही है. आज पूरे दिन संसद में क्या-क्या होगा और वक्फ बिल को लेकर देश भर में क्या चल रहा है आइए जानते हैं.
दोपहर 12 बजे पेश किया जाएगा वक्फ संशोधन बिल: लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल आज दोपहर 12 बजे पेश होगा. लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने इस पर चर्चा के लिए 8 घंटे का समय निर्धारित किया है. हालांकि, विपक्ष ने 12 घंटे की मांग की थी, जिसे सरकार ने ठुकरा दिया. इसके बाद बिल को लोकसभा में पारित करने की प्रक्रिया शुरू होगी.
लोकसभा में पेश होने के बाद राज्यसभा में होगा पेश: लोकसभा से पारित होने के बाद, विधेयक को राज्यसभा में पेश किया जाएगा. राज्यसभा में एनडीए के पास अभी बहुमत नहीं है, इसलिए वहां इसे पास कराने के लिए सरकार को सहयोगी दलों और कुछ अन्य सांसदों का समर्थन जुटाना होगा. यहां देरी या संशोधन की संभावना बढ़ सकती है.
संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) या स्थायी समिति को भेजा जा सकता है: यदि विपक्ष या कुछ सांसदों की मांग पर सहमति बनती है, तो विधेयक को दोबारा जेपीसी या संसद की स्थायी समिति के पास विस्तृत समीक्षा के लिए भेजा जा सकता है।. ऐसा पहले अगस्त 2024 में हो चुका है, जब बिल को जेपीसी को भेजा गया था.
राष्ट्रपति की मंजूरी: यदि दोनों सदनों से विधेयक पारित हो जाता है, तो इसे राष्ट्रपति के पास मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. राष्ट्रपति की सहमति के बाद यह कानून बन जाएगा और वक्फ बोर्ड के प्रबंधन, संपत्तियों के नियमन और अन्य प्रस्तावित बदलाव लागू हो जाएंगे.
सरकार की तरफ से क्या है तैयारी: सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी इस बिल को पास कराने के लिए पूरी तरह तैयार है. बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया है, जिसके तहत उन्हें आज सदन में मौजूद रहना अनिवार्य है. सूत्रों के मुताबिक, सरकार इसे बजट सत्र के समापन से पहले, यानी 4 अप्रैल तक, दोनों सदनों से पारित कराने की कोशिश में है.
विपक्ष का क्या है रुख: विपक्षी दल, खासकर कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा), और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM), इस बिल का कड़ा विरोध कर रहे हैं. विपक्ष इसे असंवैधानिक और अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला बता रहा है. AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह बिल मुस्लिम समुदाय को कमजोर करने की साजिश है.
आज संसद में क्या होगा: संसद में आज सुबह 11 बजे से सत्र शुरू होगा. दोपहर 12 बजे बिल पेश होने के बाद तुरंत चर्चा शुरू होगी. विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी की संभावना है, जिसके चलते कार्यवाही में व्यवधान हो सकता है. शाम तक चर्चा पूरी होने के बाद मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी.
बिल की क्या है मुख्य बातें: वक्फ संशोधन बिल में 44 संशोधन प्रस्तावित हैं. इसमें वक्फ बोर्ड की असीमित शक्तियों को कम करना, गैर-मुस्लिम सदस्यों को बोर्ड में शामिल करना, और संपत्ति विवादों के निपटारे के लिए कलेक्टर को अधिकार देना शामिल है. सरकार का दावा है कि इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और मुस्लिम महिलाओं को फायदा होगा.
जेपीसी में क्यों नहीं बनी बात: बिल को पहले जेपीसी को भेजा गया था, जिसने 14 संशोधनों को मंजूरी दी थी. जेपीसी की रिपोर्ट पर विपक्ष ने असहमति जताई थी, दावा किया कि उनके सुझावों को नजरअंदाज किया गया. सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह प्रक्रिया पारदर्शी रही है.
बिल के पास होने से क्या-क्या होंगे बदलाव: अगर बिल पास हो जाता है, तो यह वक्फ बोर्ड के कामकाज में बड़ा बदलाव लाएगा. सरकार इसे मुस्लिम समाज के हित में बता रही है, जबकि विपक्ष इसे धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करार दे रहा है. आज का दिन संसद में नंबर गेम और राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन होगा, जिसमें एनडीए की जीत की संभावना प्रबल दिख रही है.
संसद में हम लोग बताएंगे अपना स्टैंड…; केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन
वक्फ संशोधन विधेयक पर केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा, “संसद में हम लोग बताएंगे कि वक्फ पर JDU का क्या स्टैंड है… JDU और नीतीश कुमार को धर्मनिरपेक्ष की परिभाषा कांग्रेस से समझने की जरूरत नहीं है…” JDU सांसद संजय झा ने वक्फ संशोधन विधेयक पर कहा, “हमारी पार्टी के नेता नीतीश कुमार का 19 साल का ट्रैक रिकॉर्ड है बिहार में काम करने का… जब नीतीश कुमार सत्ता में आए तब पहली बार भागलपुर दंगे के पीड़ितों को न्याय मिला था… इस बिल के लिए गठित JPC में हमारी पार्टी के सदस्य रहे. हमारे लोगों ने पटना में मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और अपनी बातों को JPC के सामने रखी है… मुझे लगता है कि बिल में जरूर हमारे सुझावों को समायोजित किया गया है.”
वक्फ बिल से मुसलमानों को फायदा, विपक्ष कर रहा गुमराह : शहाबुद्दीन रजवी
ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के प्रमुख मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बुधवार को कहा कि वक्फ (संशोधन) विधेयक से मुसलमानों को कोई खतरा नहीं है, बल्कि इससे उन्हें काफी लाभ होगा. उन्होंने दावा किया कि कुछ राजनीतिक समूह विधेयक के बारे में अनावश्यक भय फैलाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं.
रजवी ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक बिना किसी व्यवधान के पारित हो जाएगा. विपक्ष निश्चित रूप से हंगामा करेगा क्योंकि वह वोट बैंक की राजनीति करना चाहता है, इसलिए वह अपने वोट बैंक को बनाए रखने के लिए निश्चित रूप से हंगामा करेगा.”