न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन 5 दिन के भारत दौरै पर हैं. वहीं, भारत और न्यूजीलैंड ने रविवार (16 मार्च) को फ्री ट्रेड एंग्रीमेंट यानी एफटीए (Free Trade Agreement) पर बातचीत फिर से शुरू करने की घोषणा की. यह बातचीत साल 2010 में शुरू हुई थी और साल 2015 में रुक गई थी, लेकिन अब इसे फिर से शुरू किया जाएगा. एफटीए लागू होने के बाद मेड इन न्यूजीलैंड चीजें सस्ते में आपको मिल सकेंगी.
मनीकंट्रोल के मुताबिक, भारत के प्रोडक्ट पर न्यूजीलैंड में औसत 2.3 फीसदी टैरिफ लगता है. वहीं, न्यूजीलैंड के प्रोडक्ट पर भारत में करीब 18 फीसदी टैरिफ लगता है. भारत-न्यूजीलैंड के बीच 1.54 अरब डॉलर का ट्रेड होता है. 2024 में न्यूजीलैंड ने भारत के 53.8 करोड़ डॉलर के गुड्स का इंपोर्ट किया. 2024 में न्यूजीलैंड से भारत में 33.5 करोड़ डॉलर का इंपोर्ट हुआ. भारत न्यूजीलैंड को टेक्सटाइल, दवा, ट्रैक्टर, ऑटो प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट करता है. वहीं, न्यूजीलैंड से स्क्रैप मेटल, सेब, किवी, मिनरल इंपोर्ट करता है. भारत से न्यूजीलैंड को 21.4 करोड़ डॉलर का सर्विस एक्सपोर्ट होता है. न्यूजीलैंड से भारत में 45.65 करोड़ डॉलर का सर्विस इंपोर्ट होता है. इंफोसिस और एचसीएल टेक का न्यूजीलैंड में बड़ा कारोबार है.
दोनों देश एक-दूसरे के प्रोडक्ट पर ड्यूटी नहीं लगाएंगे
इस एग्रीमेंट पर दोनों देशों द्वारा हस्ताक्षर किए जाने के बाद दोनों देश एक-दूसरे के प्रोडक्ट पर ड्यूटी नहीं लगाएंगे. इस एग्रीमेंट पर साइन होने के बाद भारत से जो सामान न्यूजीलैंड जाता है उस पर न्यूजीलैंड सरकार इंपोर्ट ड्यूटी नहीं लगाएगी और न्यूजीलैंड से जो सामान भारत इंपोर्ट होगा उस पर भारत सरकार द्वारा इंपोर्ट ड्यूटी नहीं लगाएगी.
क्या होता है FTA
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट 2 या फिर इससे ज्यादा देशों के बीच प्रोडक्ट्स और सर्विसेज के आयात और निर्यात में रुकावटों को कम करने के लिए समझौता है. इस एग्रीमेंट से बिजनेस करने वाले दोनों देशों को फायदा होता है.