पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह के एक बयान से बिहार की राजनीति में खलबली मच गयी है. दरअसल बीजेपी के कद्दावर नेता आरके सिंह ने भोजपुर में एक कार्यक्रम के दौरान अपनी ही पार्टी बीजेपी के नेता पर आरोप लगाते हुए बड़ा खुलासा किया है. आरके सिंह ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पवन सिंह को खुद बीजेपी के कुछ नेताओं ने पैसे दिए थे. बीजेपी में कुछ लोग चाहते थे कि मैं चुनाव न जीत पाउं. वहीं अब आरके सिंह का यह बयान सामने आने के बाद से बिहार की राजनीति गरमा गई है.
दरअसल आर के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरके सिंह इस बार आरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव हार गए थे. वहीं उन्होंने चुनाव में अपनी हार के लिए बीजेपी के ही कुछ नेताओं को जिम्मेदार ठहराया है. आरके सिंह ने बीजेपी नेताओं पर भोजपुरी अभिनेता और गायक पवन सिंह को काराकाट सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने के लिए आर्थिक मदद देने का आरोप लगाया है. बताया जा रहा है कि आरके सिंह ने यह बयान बुधवार को आरा में एक कार्यक्रम के दौरान दिया था.
‘पवन सिंह की गलती नहीं, पार्टी के नेताओं ने किया विद्रोह’
आरके सिंह के अनुसार पवन सिंह की कोई गलती नहीं थी. उन्हें चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी नेताओं ने ही मजबूर किया था. पार्टी के भीतर कुछ लोगों ने मेरे खिलाफ काम किया और मेरी हार सुनिश्चित की. आरा के पूर्व सांसद आरके सिंह ने कहा कि पवन सिंह चुनाव में ऐसे ही खड़े नहीं हुए, उन्हें पैसा लेकर खड़ा कराया गया. हमारी पार्टी के नेताओं ने पवन सिंह को पैसा देखर चुनाव लड़ने को कहा. हमारी पार्टी के नेताओं ने विद्रोह करके यह काम किया.
दगा देने वालों के नाम का खुलासा करेंगे आरके सिंह
आरके सिंह ने कहा कि यही वजह है कि काराकाट में कुशवाहा और राजपूत वोटों को विभाजित कर दिया, जिस वजह से काराकाट में उपेंद्र कुशवाहा की हार हुई और आरा से मैं चुनाव नहीं जीत सका. हालांकि आरके सिंह ने का कहना है कि मैं उन नेताओं के सबूत जमाकर उनको सबके सामने लाऊंगा. वहीं आरके सिंह के इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में खलबली मची हुई है. महागठबंधन के नेता भी बीजेपी पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. वहीं ऐसे में सवाल यह है कि आखिर आरके सिंह बीजेपी के किन नेताओं की बात कर रहे हैं, जिनकी वजह से वह आरा सीट पर चुनाव हार गए.