हरियाणा में विधानसभा चुनाव हो रहे हैं. मतदान से पहले सभी दल जीतने के लिए जोर लगा रहे हैं, फिर चाहे वह भाजपा हो, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी या फिर कोई और दल. प्रचार अभियान के बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हरियाणा जाएंगे. यहां वे एक जनसभा को संबोधित करेंगे. खास बात है कि पीएम मोदी हाल ही में अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा से भारत लौटे हैं. भारत पहुंचते ही हरियाणा में भाजपा प्रत्याशियों के लिए चुनावी मैदान में उतर रहे हैं.
हरियाणा विधानसभा चुनाव होने में कुछ ही दिन बचे हैं। उससे पहले सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। राज्य की सभी 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को वोटिगं होगी। इससे पहले सभी प्रमुख सियासी पार्टियां जोर-शोर से चुनाव प्रचार में जुटी हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज हरियाणा के सोनीपत के गोहाना में चुनावी रैली की। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह दूसरी रैली थी। इस दौरान उन्होंने कहा कि सारे बुजुर्गों, भाई-बहनों, नौजवान साथियों को राम-राम। सोनीपत की इस धरती से मैं देश के महान सपूत सर छोटू रामजी को प्रणाम करता हूं। सर छोटू रामजी का जीवन किसानों और वंचितों के लिए समर्पित रहा।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया, पोस्ट में उन्होंने लिखा कि हरियाणा की जनता भारतीय जनता पार्टी को चुनावों में निर्णायक जीत देने के लिए तैयार हैं. उन्होंने एक्स पर आगे लिखा कि हरियाणा ने विधानसभा चुनाव में भाजपा को भारी मतों से जिताने का पक्का इरादा कर लिया है. लोकतंत्र के उत्सव में उत्साह और उमंग का माहौल है. इसी माहौल के बीच में कल दोपहर 12 बजे सोनीपत जाऊंगा. यहां रैली में मुझे जनता-जनार्दन का आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिलेगा.
भाजपा सत्ता में वापसी का कर रही प्रयास
बता दें, 10 साल से सत्ता में काबिज भाजपा तीसरी बार सत्ता में वापसी की कोशिश कर रही है. भाजपा को कांग्रेस के साथ-साथ आम आदमी पार्टी, जजपा-आजाद समाज पार्टी और इनेलो-बसपा कड़ी टक्कर दे रही है. हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटें हैं, जिनके लिए पांच अक्टूबर को मतदान होगा और आठ अक्टूबर को मतगणना होगी.
2019 में ऐसा था सीटों का गणित
हरियाणा में 2019 में हुए विधानसभा चुनावों में कड़ा मुकाबला देखने को मिला था. भाजपा पिछली बार 40 सीटें जीत पाई थी. जबकि, बहुमत का आंकड़ा 45 है. कांग्रेस ने महज 31 सीटें जीतीं थीं. सरकार बनाने के लिए भाजपा ने दुष्यंत चौटाला की जजपा के साथ गठबंधन किया. 10 विधायकों वाली जजपा सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल हो गई. हालांकि, भाजपा इस बार सत्ता विरोधी लहर और अंदरूनी कलह से जूझ रही है.