पंजाब-हरियाणा के शंभू और खनौरी बॉर्डर पर MSP पर खरीद के गारंटी कानून समेत अन्य मांगों को लेकर चल रहे किसान आंदोलन का आज (29 फरवरी) 17वां दिन है। आज किसान दिल्ली कूच को लेकर ऐलान करेंगे।
इसको लेकर बुधवार शाम को किसान मजदूर मोर्चा (KMM) के कोऑर्डिनेटर सरवण पंधेर और संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के जगजीत डल्लेवाल की अगुआई में संयुक्त मीटिंग हुई। इससे पहले मंगलवार को दोनों ने अपने-अपने संगठनों से इस बारे में मीटिंग की थी।
वहीं FIR दर्ज होने के बाद देर रात पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में बोर्ड ने खनौरी बॉर्डर पर मारे गए किसान शुभकरण का पोस्टमार्टम किया। थोड़ी देर में शुभकरण सिंह का शव अंतिम दर्शनों के लिए खनौरी बॉर्डर पर रखा जाएगा। इसके बाद दोपहर 3 बजे उसका संस्कार बठिंडा के गांव बल्लो में किया जाएगा।
इससे पहले खनौरी बॉर्डर पर 21 फरवरी को किसान शुभकरण की मौत के बाद किसानों ने दिल्ली कूच का फैसला 29 फरवरी तक टाल दिया था। किसानों के कूच टालने के बाद हरियाणा-दिल्ली के टिकरी और सिंघु बॉर्डर अस्थाई तौर पर खोल दिए गए। वहीं हरियाणा के 7 जिलों में लगी इंटरनेट की पाबंदी को भी हटा दिया था।
शंभू बॉर्डर पर आज पंजाब के 5-6 जिलों के एक्स सर्विसमैन एकजुट होंगे और किसानों को समर्थन देंगे। इस दौरान वे अपनी मांगों को लेकर भी सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करेंगे।
उपद्रवियों पर पुलिस का सख्त एक्शन, जब्त होंगे पासपोर्ट, कैंसिल होगा वीजा
पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर एमएसपी समेत तमाम मुद्दों को लेकर किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान हिंसा और अराजकता फैलाने वाले किसानों के खिलाफ हरियाणा पुलिस सख्त कार्रवाई करने जा रही है. पुलिस ने उन तमाम किसानों के पासपोर्ट जब्त और वीजा कैंसिल करने का फैसला किया है जिन्होंने किसान आंदोलन में उपद्रव मचाया.
मामले पर जानकारी देते हुए अंबाला के डीएसपी जोगिंदर शर्मा ने कहा कि पुलिस ने उन लोगों की पहचान कर ली है जो किसान आंदोलन के नाम पर पंजाब से हरियाणा में आए और हिंसा फैलाई.
एक वीडियो के जरिए बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा, “हमने उन लोगों की पहचान सीसीटीवा और ड्रोन कैमरा के जरिए पहचान की है. हम गृह मंत्रालय और दूतावास से निवेदन करते हैं कि उनके पासपोर्ट और वीजा कैंसिल कर दिए जाएं. उनके नाम, फोटो और पता पासपोर्ट ऑफिस को दे दिए गए हैं. हम उनके पासपोर्ट कैंसिल करने पर काम कर रहे हैं.”
सरकारी संपत्ति को पहुंचाया गया नुकसान
दरअसल, शंभू बॉर्डर पर किसानों को पुलिस के बैरिकेड्स और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए कैमरों में कैद किया गया था. इन लोगों के खिलाफ ही अंबाला पुलिस सख्त कदम उठाने जा रही है. पुलिस ने ऐसे कई लोगों की फोटो मीडिया से शेयर की हैं जो बॉर्डर पर उपद्रव मचा रहे थे.
किसानों का विरोध प्रदर्शन
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली मार्च का अह्वान करने वाले किसान हरियाणा-पंजाब बॉर्डर पर हैं. हरियाणा सरकार ने पंजाब से सटी सीमाओं पर कई लेयर की बैरिकेडिंग कर किसानों का रास्ता ब्लॉक कर दिया था. इसके बाद से ही किसान शंभू और खनौनी बॉर्डर पर ही डेरा जमाए हुए हैं. इस दौरान किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की और पुलिस से झड़प भी हुई थी, जिसमें कई किसान और पुलिसकर्मी घायल भी हुए.