बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए ) आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी सीट जीतेगा। राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) अध्यक्ष ने विधानसभा में जोरदार तरीके से यह दावा किया। उन्होंने दोहराया कि अतीत के उतार-चढ़ाव के बाद वह पुराने सहयोगियों के साथ लौट आए हैं। पिछले संसदीय चुनावों में एनडीए के प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कुमार ने कहा, ‘ हमें इसमें कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि आगामी चुनाव में हम सभी सीट जीतेंगे।’ इसी बीच सीएम नीतीश ने विधानमंडल में राजद पर एक बड़ा आरोप लगाया।
RJD अति पिछड़ों को OBC में लाने का दबाव बना रही थी- नीतीश
सीएम नीतीश ने राजद के सामाजिक न्याय के मुद्दे पर भी सवाल उठाया और दावा किया कि ‘लालू प्रसाद यादव की पार्टी मुझ पर अत्यंत पिछड़े वर्गों की अलग उप-श्रेणी को खत्म करने और सभी जातियों को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) में लाने के लिए दबाव डाल रही थी।’ पूर्व सहयोगी के खुद के खिलाफ नारे लगाने पर नीतीश कुमार भड़क गए और कहा कि ‘आप ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि सत्ता में रहते हुए आपने लोगों को धक्के लगवाए। यह पार्टी अगले चुनाव में बर्बाद हो जाएगी।’ उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी से अपने सदस्यों को चुप रहने और उनके भाषण को बाधित नहीं करने के लिए कहा। जदयू की ओर से भी राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे लगाये गये। लालू प्रसाद की पत्नी राबड़ी देवी ने बाद में जदयू सदस्यों के व्यवहार को लेकर सदन के बाहर मीडिया से शिकायत की।
हम इस बार लोकसभा में सभी सीट जीतेंगे- नीतीश
पिछले संसदीय चुनाव में एनडीए ने राज्य की 40 में से 39 सीट पर जीत हासिल की थी। उन्होंने 2010 के बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की शानदार सफलता को भी याद किया और उम्मीद जताई कि यह उपलब्धि अगले साल के विधानसभा चुनाव में दोहराई जाएगी। वर्ष 2010 के विधानसभा चुनावों में एनडीए ने कुल 243 सीट में से 200 से अधिक सीट जीती थीं। संभवतः अपने पहले के रुख को खारिज करते हुए कि कुमार ने कहा, ‘यह कोरोना महामारी का दौर था। हम समझ नहीं पा रहे थे कि क्या हो रहा है। लेकिन अब चिंता की कोई बात नहीं है।’
2020 में चिराग ने पहुंचाया था नीतीश को नुकसान
वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) अध्यक्ष चिराग पासवान ने जदयू के खिलाफ कई भाजपा बागियों को मैदान में उतारा था, इससे जदयू के प्रदर्शन पर असर पड़ा था। लगभग 40 मिनट तक के अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने अपनी सीट पर बैठे रहने और बहस में भाग लेने के बजाय वॉकआउट करने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेतृत्व वाले विपक्ष पर तंज कसा। नीतीश कुमार ने कहा, ‘उन्होंने यही कहा होगा कि राज्यपाल ने सरकार की प्रशंसा करके झूठ बोला। मैंने उन्हें दो मौकों पर सरकार में सेवा करने का अवसर प्रदान किया, जिसे उन्होंने गंवा दिया।