बजट भाषण में वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये अंतरिम बजट 4 सेक्टर्स पर फोकस है। ये 4 हैं गरीब, महिलाएं, युवा और अन्नदाता।
अंतरिम बजट 2024 में शिक्षा और रोजगार को लेकर घोषणाएं:
- अस्पतालों को मेडिकल कॉलेजों के साथ जोड़ने के लिए कमेटी बनेगी।
- 1 लाख करोड़ रुपए का कॉर्पस यानी कोष बनाया जाएगा।
- ये कॉर्पस 50 साल तक इंट्रेस्ट फ्री लोन प्रोवाइड करेगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि देश के युवा डॉक्टर बनकर देश की सेवा करने की एस्पिरेशन रखते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए सरकार मौजूदा हॉस्पिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलेप करके नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाएगा।
पीएम मुद्रा योजना के तहत 43 करोड़ लोन दिए
युवाओं को पीएम मुद्रा योजना के तहत 43 करोड़ लोन एग्रिगेशन पास किए गए, जिसमें 22.5 लाख करोड़ रुपए का लोन दिया गया। इस स्कीम के तहत युवाओं को ‘रोजगारदाता’ बनाने का संकल्प लिया है।
अंतरिम बजट में शिक्षा और रोजगार को लेकर और कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई। वित्त मंत्री ने बताया कि जारी वित्त वर्ष में स्किल इंडिया ने 1.4 करोड़ युवाओं को ट्रेनिंग दी है। 7 नए IIT और 7 नए IIM खोले गए हैं। देश में 3 हजार नए ITI बनाए गए हैं। 16 IIITs और 390 यूनिवर्सिटीज का भी निर्माण किया गया है। वहीं, 10 साल में हायर एजुकेशन में 28% एनरोलमेंट बढ़े हैं।
2023 में 8.07% रही बेरोजगारी दर
बेरोजगारी दर का मतलब है कि देश की वर्कफोर्स यानी क्वालिफाइड और काम करने के इच्छुक लोगों में से कितने प्रतिशत को रोजगार नहीं मिला।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक :
2023 में 15 वर्ष और उससे ज्यादा की उम्र वाले ग्रेजुएट्स के बीच बेरोजगारी 8.07% रही।
अक्टूबर 2023 में बेरोजगारी दर बीते 2 सालों में सबसे ज्यादा 10.01% तक पहुंच गई।
चंडीगढ़ में सबसे कम बेरोजगारी दर 5.6% रही।
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- इसके बाद दिल्ली में बेरोजगारी दर 5.7% रही।
- सबसे ज्यादा बेरोजगारी अंडमान में 33% रही।
- दूसरे नंबर पर लद्दाख में 26.5% बेरोजगारी।
- नंबर तीन पर आंध्र प्रदेश में 24% बेरोजगारी।
ऑर्गनाइज्ड सेक्टर में 33 लाख लोग रोजगार से जुड़े
ऑर्गनाइज्ड सेक्टर की बात करें तो 2023 में EPFO यानी एम्प्लॉई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन में 33 लाख नए रजिस्ट्रेशन हुए। 15 हजार रुपये मासिक या इससे ज्यादा सैलरी पाने वाले लोगों का EPFO में रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होता है। 2022-23 में EPFO में सदस्यों की गिनती 1.39 करोड़ थी। वित्त वर्ष 2023-24 (नवंबर 2023 तक) में ये गिनती 1.72 करोड़ हो गई।
- EPFO से जुड़े कुल नए सदस्यों में 18 से 25 वर्ष के आयु वर्ग की हिस्सेदारी 57.30% है।
- EPFO की योजनाओं से बाहर चले गए करीब 10.67 लाख सदस्य वापस आए।
- 7.36 लाख नए सदस्यों में 1.94 लाख महिला हैं, जो पहली बार EPFO में शामिल हुई।
2023 में 18 हजार कर्मचारियों की छंटनी हुई
बड़ी प्राइवेट कंपनियों में खर्च घटाने या मुनाफा कम होने के नाम पर एक साथ कई सारे कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया जाता है। ऐसे बल्क टर्मिनेशन को छंटनी या ले-ऑफ कहा जाता है।
- दुनियाभर में छंटनी का डेटा बताने वाले पोर्टल Layoffs.fyi के मुताबिक, 2023 में स्टार्ट-अप ने 18 हजार कर्मियों को नौकरी से निकाला।
- यह संख्या 2022 में हुई छंटनी से 15% ज्यादा है। भारत में Paytm, Accenture, Byju’s, अमेजन इंडिया जैसी कंपनियों ने छंटनी की।
- Layoff.fyi की ही सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में दुनियाभर में 1188 कंपनियों ने अपने लगभग 2.61 लाख कर्मचारियों की छंटनी की।
सरकारी विभागों में लगभग 6 लाख पद खाली हैं
दिसंबर 2023 तक केन्द्र और राज्य सरकार के विभागों में लगभग 5 लाख रिक्तियां हैं।