राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान नॉर्थ ईस्ट के सूबे असम में हुए हंगामे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने यात्रा पर हमले के आरोप लगाए हैं और ऐसा करने वालों को पुलिस संरक्षण मिलने का भी दावा किया है.
कांग्रेस अध्यक्ष ने मंगलवार (23 जनवरी) को लिखे दो पन्ने के पत्र के जरिए बताया, “असम में भारत जोड़ो न्याय यात्रा को जरूरी सुरक्षा नहीं दी जा रही. बीजेपी के कार्यकर्ता यात्रा पर हमले कर रहे हैं और असम पुलिस ऐसा करने वालों को संरक्षण दे रही है.” उनके मुताबिक, “21 जनवरी को यात्रा पर सोनितपुर जिले में हमला किया गया. जो स्थानीय एसपी हैं वे राज्य के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा के भाई हैं. उन्होंने हमला करने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं पर कोई कार्रवाई नहीं की. भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम पर हमला किया और इन लोगों ने हमारे महासचिव जयराम रमेश पर भी हमला किया. उनकी कार पर हमला हुआ.”
‘असम पुलिस देती रही हमलावरों को संरक्षण’
कांग्रेस अध्यक्ष के लेटर के अनुसार, “बीजेपी कार्यकर्ताओं ने असम कांग्रेस कमेटी केअध्यक्ष भूपेन बोरा पर हमला किया और इस हमले में उन्हें चोट आई. अगले दिन 22 जनवरी को नगांव ज़िले में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी के काफिले को रोका और उनके काफ़ी करीब आ गए.” उन्होंने यह भी कहा कि इन सभी परेशान करने वाली घटनाओं के समय असम पुलिस बीजेपी कार्यकर्ताओं को संरक्षण देती रही.
गृह मंत्री से हस्तक्षेप की मांग
मल्लिकार्जुन खरगे ने गृह मंत्री से इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की है. खरगे की ओर से बताया गया, “न्याय यात्रा में हमला और हंगामे का वीडियो सार्वजनिक फोरम में है पर किसी भी हमलावर के खिलाफ न तो कोई मामला दर्ज हुआ और न ही कोई कार्रवाई हुई. हम यात्रा के साथ आगे बढ़ रहे हैं. आप (शाह) इस मामले में हस्तक्षेप करें ताकि असम के मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक यह सुनिश्चित करने का निर्देश दें कि आगे से ऐसे हमले न हों, ताकि राहुल गांधी या कांग्रेस के किसी अन्य सदस्य को चोट न लगे.”
दरअसल, मंगलवार (23 जनवरी) को कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को गुवाहटी जाने से रोका गया था. आरोप है कि कुछ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस की बैरिकेडिंग को तोड़ दिया था जिसके बाद सीएम के आदेश पर असम पुलिस ने राहुल गांधी पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और लोगों को भड़काने के आरोप में केस दर्ज किया.