लोकसभा में पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने की मांग उठी है. गोपालगंज के जेडीयू सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने सेंट्रल यूनिवर्सिटी अमेंडमेंट बिल- 2023 के डिबेट के दौरान केंद्र सरकार से मांग उठाई है. सांसद ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, पटना विश्वविद्यालय को सेंट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने के लिए पिछले 18 वर्षों से भारत सरकार से निवेदन कर रहे हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि केंद्र सरकार ध्यान नहीं दे रही है.
सांसद ने लोकसभा में कहा कि कभी पूर्व का ऑक्सफोर्ड कहा जाने वाला पटना विश्वविद्यालय आज उपेक्षित पड़ा है. 1917 में यानी 107 वर्ष पहले इस सिद्धांत के साथ स्थापित की गई कि “सत्य की खोज करने की इच्छा आपकी परिभाषित खोज होनी चाहिए”. उन्होंने कहा कि 181.58 एकड़ में फैले भारतीय उपमहाद्वीप का सातवां सबसे पुराना विश्वविद्यालय है. 2019 में एनएसी ने बी- प्लस ग्रेड से भी सम्मानित किया, लेकिन आज तक इस पर भारत सरकार द्वारा ध्यान नहीं दिया गया है.